वायु प्रदूषण: दिल्ली में 13 से 20 नवंबर तक ऑड-ईवन व्यवस्था रहेगी लागू, स्कूल रहेंगे बंद
वायु प्रदूषण के गंभीर स्तर को देखते हुए दिल्ली में एक बार फिर से गाड़ियों के लिए ऑड-ईवन व्यवस्था लागू की जाएगी। दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान किया। उन्होंने कहा कि शहर में दिवाली के बाद 13 से 20 नवंबर तक ऑड-ईवन व्यवस्था लागू रहेगी। इसके अलावा उन्होंने 10वीं और 12वीं को छोड़कर बाकी कक्षाओं के स्कूल भी बंद करने का ऐलान किया।
क्या है ऑड-ईवन व्यवस्था?
ऑड-ईवन व्यवस्था में ऑड (विषम) तारीख को ऑड नंबर की गाड़ियां और ईवन (सम) तारीख को ईवन नंबर की गाड़ियां चल सकेंगी। इसका मतलब 13, 15, 17 और 19 नवंबर को केवल ऑड नंबर की गाड़ियां चलेंगी और 14, 16, 18 और 20 नवंबर को केवल ईवन नंबर की गाड़ियां चलेंगी। राय ने कहा कि इस व्यवस्था को 20 नवंबर के बाद भी बढ़ाया जा सकता है, लेकिन इसका फैसला उस समय की स्थिति को देखते हुए लिया जाएगा।
पहली बार 2016 में लागू हुई थी ऑड-ईवन व्यवस्था, लेकिन उठते हैं सवाल
बता दें कि वायु प्रदूषण से लड़ने के लिए ऑड-ईवन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की एक प्रमुख योजना है। इसे पहली बार 2016 में लागू किया गया था और उसके बाद के कुछ सालों में भी इसका इस्तेमाल हो चुका है। हालांकि, इस योजना का प्रदूषण पर कितना असर पड़ता है, ये विवाद का विषय रहा है। 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा था कि ऑड-ईवन व्यवस्था प्रदूषण से निपटने में प्रभावी साबित नहीं हुई है।
दिल्ली में पिछले 4 दिनों से AQI 'गंभीर' श्रेणी में
बता दें कि दिल्ली में पिछले 4 दिनों से वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 450 अंक से ऊपर 'गंभीर' श्रेणी में बना हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, सोमवार सुबह आरके पुरम में 464, रोहिणी में 478, बवाना में 478, द्वारका सेक्टर 8 में 461, ITO में 401, जहांगीरपुरी में 475, मुंडका में 466 AQI दर्ज किया गया। इतने अधिक स्तर पर प्रदूषण गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। दिवाली के आसपास प्रदूषण और बढ़ने की आशंका है।
प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली में GRAP का चौथा चरण लागू
अभी वायु प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का अंतिम और चौथा चरण लागू है। इसके तहत दिल्ली में गैर-जरूरी ट्रकों की आवाजाही पर प्रतिबंध, गैर-जरूरी निर्माण कार्य पर रोक और सरकारी और निजी कार्यालयों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति जैसी पाबंदियां लगाई गई हैं। BS3 पेट्रोल और BS4 डीजल वाहनों पर भी शहर में प्रतिबंध है। इसके अलावा कूड़ा जलाने पर प्रतिबंध जैसी पुराने चरणों की पाबंदियां भी लागू रहेंगी।
प्रदूषण के कारण स्कूल भी बंद
वायु प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली में स्कूल भी बंद किए गए हैं। अभी तक प्राथमिक स्कूलों को 10 नवंबर तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया था, लेकिन अब कक्षा 10 और 12 को छोड़कर बाकी सभी कक्षाओं के स्कूलों को भी 10 नवंबर तक बंद करने का आदेश दिया गया है। पर्यावरण मंत्री राय ने कहा कि 7 और 8 नवंबर से हवा की गति बढ़ने की उम्मीद है, जिससे वायु प्रदूषण कम हो सकता है।
लगभग हर साल 'गैस चैंबर' बनती है दिल्ली, सरकारें विफल
बता दें कि दिल्ली में लगभग हर साल दिवाली के आसपास यही स्थिति होती है। हर साल सरकारें प्रदूषण को कम करने का वादा करती हैं, लेकिन अभी तक वो इन वादों को पूरा करने में नाकाम रही हैं। शहर में सर्दियों में वायु प्रदूषण बढ़ने के कई कारण हैं। इनमें पड़ोसी राज्यों में पराली जलाया जाना, निर्माण कार्य, दिवाली पर पटाखों का इस्तेमाल और सर्दियों में तापमान कम होने के कारण प्रदूषण कणों का जमना आदि शामिल हैं।