
बांग्लादेश: शेख हसीना मानवता के खिलाफ अपराध की दोषी करार, हो सकती है मौत की सजा
क्या है खबर?
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को मानवता के लिए किए गए अपराधों के लिए दोषी पाया गया है।
उनके खिलाफ बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT-BD) में आज सुनवाई हुई। 3 जजों की पीठ ने हसीना को दोषी पाया।
बांग्लादेश की सरकारी बीटीबी को इस पूरी सुनवाई का सीधा प्रसारण किया। बांग्लादेश के इतिहास में ये पहली बार हुआ, जब किसी मुकदमे की सुनवाई का सीधा प्रसारण किया गया।
आरोप
शेख हसीना पर क्या आरोप हैं?
दरअसल, बांग्लादेश में पिछले साल छात्र आंदोलन हिंसक हो गया था, इसके बाद हसीना को देश छोड़ना पड़ा था।
बाद में नई सरकार ने हसीना पर मानवता के खिलाफ किए गए अपराध समेत कई अन्य मामलों में मुकदमे दर्ज किए।
बांग्लादेश के सरकारी मीडिया ने बताया, "अभियोजन पक्ष पिछले साल के जनविद्रोह के दौरान मानवता के विरुद्ध किए गए अपराधों से संबंधित मामले में आज से अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के विरुद्ध औपचारिक आरोप प्रस्तुत करेगा।"
सजा
हसीना को हो सकती है मौत की सजा
हसीना जिन आरोपों में दोषी पाई गई हैं, उनमें मौत की सजा तक का प्रावधान है। हालांकि, अभी सजा का ऐलान नहीं किया गया है।
हसीने के अलावा पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमन खान कमाल और पूर्व पुलिस प्रमुख अब्दुल्ला अल मामून के विरुद्ध आरोपों पर भी आज ही सुनवाई हुई।
इससे पहले 18 फरवरी को न्यायाधिकरण ने हसीना के खिलाफ जांच को अप्रैल तक पूरी करने का आदेश दिया था।
बयान
मुख्य अभियोजक बोले- न्यायिक प्रक्रिया आगे बढ़ाने के लिए दृढ़
ICT-BD के मुख्य अभियोजक ताजुल इस्लाम ने कहा, "1 जून को हसीना के खिलाफ औपचारिक आरोप दायर किए जाएंगे। हम न्यायिक प्रक्रिया आगे बढ़ाने के लिए दृढ़ हैं। पूर्व प्रधानमंत्री और उनके सहयोगियों के खिलाफ न्यायिक प्रक्रिया पूरी गति से आगे बढ़ रही है। हालांकि, जांच पूरी होने में समय लगेगा। हमने मोटे तौर पर अपराध और जिम्मेदार लोगों की पहचान कर ली है। अब हम हसीना के गायब होने में शामिल लोगों की गिरफ्तारी पर काम कर रहे हैं।"
गिरफ्तारी
हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी, प्रत्यर्पण की मांग
बांग्लादेशी कोर्ट ने हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर रखा है। फिलहाल हसीना ने भारत में शरण ली हुई है।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने राजनयिक नोट में भारत से उनके प्रत्यर्पण की मांग की थी। हालांकि, भारत ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
हसीना के बांग्लादेश छोड़ने के बाद से उनकी पार्टी आवामी लीग और सरकार के अधिकांश वरिष्ठ नेताओं और अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
हिंसा
बांग्लादेश में पिछले साल भड़की थी हिंसा
अगस्त, 2024 में बांग्लादेश में छात्र आंदोलन हिंसक हो गया था। इसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे।
इसके बाद गुस्साए प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन में घुस गए थे और हालात बेकाबू हो गए थे। हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया था। वो एक सैन्य विमान से भारत आ गई थीं।
बाद में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनी।
फिलहाल हसीना भारत में कड़ी सुरक्षा के बीच रह रही हैं।