हरियाणा: सांप्रदायिक हिंसा के समय छुट्टी पर रहे नूंह जिले के SP वरुण सिंघला का ट्रांसफर
हरियाणा सरकार नूंह में सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद एक्शन में है। इसी कड़ी में जिले के पुलिस अधीक्षक (SP) वरुण सिंघला का ट्रांसफर कर दिया गया। उन्हें अब भिवानी जिले का चार्ज दिया गया है। इसके साथ ही सिंघला की जगह अब SP नरेंद्र बिजारनिया को नूंह जिले की कमान सौंपी गई है। बताया जा रहा है कि जब सोमवार को शोभायात्रा के दौरान नूंह में सांप्रदायिक झड़पें हुईं, तब SP सिंगला छुट्टी पर थे।
हिंसा भड़कने के बाद बिजारनिया ने ही संभाली थी नूंह की कमान
NDTV की रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरियाणा में हिंसा भड़कने के बाद SP बिजारनिया को नूंह जिले का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था। वह पहले भिवानी जिले के साथ-साथ अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) के विशेष कार्याधिकारी (OSD) की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे। SP बिजारनिया इससे पहले फरवरी, 2020 से अक्टूबर, 2021 तक नूंह जिले का कार्यभार संभाल चुके हैं। उन्हें सर्वाधिक हिंसाग्रस्त नूंह जिले में SP सिंगला के स्थान पर अब स्थायी नियुक्ति दी गई है।
सोशल मीडिया पर फैलाई गईं अफवाहें हिंसा के लिए जिम्मेदार- SP बिजारनिया
इससे पहले SP बिजारनिया ने हिंसा के लिए सोशल मीडिया पर उपद्रवियों द्वारा फैलाई गई अफवाहों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, "मेवात अपनी मिश्रित संस्कृति और भाईचारे के लिए जाना जाता है। यह हिंसा कुछ लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से भड़काई है। यहां सालों से प्राचीन मंदिरों से होकर भव्य धार्मिक जुलूस निकलता आया है।" उन्होंने कहा, "पहली बार यहां हिंसा देखी गई है और सोशल मीडिया पोस्ट से कुछ उपद्रवियों ने हिंसा को भड़काया है।"
सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर अब तक 7 FIR दर्ज
हरियाणा पुलिस ने सोशल मीडिया पर प्रसारित 2,300 वीडियो की पहचान की है। भड़काऊ सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर पुलिस ने धारा 153, 153A, 295A, 298, 504, 109 और 292 के तहत अब तक कुल 7 FIR दर्ज की हैं। सरकार के आदेश पर सोशल मीडिया पर संवेदनशील पोस्ट की जांच के लिए एक 3 सदस्यीय समिति गठित की गई है। सरकार का मानना है कि इन्हीं वीडियो ने हिंसा को उकसाने में अहम भूमिका निभाई।
सांप्रदायिक हिंसा में अब तक 7 की मौत
हरियाणा के नूंह जिले से भड़की सांप्रदायिक हिंसा में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा निजी और सरकारी संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा है। नूंह में धारा 144 के साथ कर्फ्यू लगा हुआ है। नूंह, मानेसर, सोहना, पटौदी और गुरूग्राम के इलाकों में इंटरनेट सेवा 5 अगस्त तक निलंबित हैं। मामले में अभी तक 93 FIR दर्ज की गई हैं, जबकि 176 लोगों को गिरफ्तार और 78 को हिरासत में लिया गया है।
हरियाणा में कैसे भड़की थी सांप्रदायिक हिंसा?
हिंदू संगठनों ने 31 जुलाई को नूंह जिले में ब्रजमंडल यात्रा निकाली थी। इसमें बजरंग दल के सदस्य और राजस्थान के जुनैद और नासिर को बोलेरो में जिंदा जलाने के आरोपी मोनू मानेसर को भी शामिल होना था। इससे नाराज स्थानीय लोगों ने यात्रा पर पथराव कर दिया, जिसके बाद नूंह में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई। इस हिंसा की आंच तेजी से गुरुग्राम और पलवल समेत हरियाणा के अन्य इलाकों में भी फैल गई।