हरियाणा हिंसा: भड़काऊ सोशल मीडिया पोस्ट और पुलिस की लापरवाही सवालों के घेरे में
हरियाणा के नूंह जिले में सोमवार को एक धार्मिक यात्रा पर पथराव के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा के बाद अन्य जिलों में भी हिंसक घटनाएं देखने को मिली हैं। अलग-अलग घटनाओं में हरियाणा पुलिस के 2 होम गार्ड समेत कुल 6 लोगों की मौत हुई है। मामले में हिंसा भड़काने में मोनू मानेसर और उसके साथी की सोशल मीडिया पोस्ट की भूमिका के साथ-साथ पुलिस और प्रशासन द्वारा कथित तौर पर दिखाई गई लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं।
मोनू मानेसर के वीडियो को माना जा रहा हिंसा का कारण
हिंसा के पीछे बजरंग दल के सदस्य और गोरक्षक मोनू मानेसर द्वारा जारी की गई एक वीडियो को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। मोनू ने वीडियो में लोगों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में यात्रा में शामिल होने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि वह खुद भी यात्रा में शामिल होंगे, जिसे लेकर क्षेत्र में तनाव था। गौरतलब है कि मोनू पर गो-तस्करी के शक में जुनैद और नासिर को बोलेरो में जिंदा जलाने का आरोप है।
मोनू के साथी का वीडियो भी हुआ था वायरल
मोनू के साथी और गौरक्षक बिट्टू बजरंगी का भी एक भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में बिट्टू विश्व हिंदू परिषद (VHP) की बृज मंडल यात्रा का विरोध करने वालों को खुले तौर पर चुनौती देते हुए नजर आया था।
नूंह विधायक बोले- हिंसा के पीछे प्रशासन की विफलता
नूंह से कांग्रेस के विधायक चौधरी आफताब अहमद ने NDTV के साथ बातचीत करते हुए कहा, "मेरा मानना है कि हिंसा के पीछे प्रशासन की विफलता है। माहौल के तनावपूर्ण होने से पहले हम अधिकारियों के पास गए थे और उनसे कहा था कि मामला बढ़ने से पहले उन्हें कदम उठाना चाहिए।" उन्होंने आगे कहा, "अगर सही समय पर सही कदम उठाया जाता तो ऐसा नहीं होता। इसके अलावा अफवाह उड़ गई थी कि मोनू मानेसर यहीं मौजूद है।"
संवेदनशील इलाके में तनाव नहीं भांप पाई पुलिस
मोनू पिछले कुछ महीनों से फरार चल रहा है। राजस्थान पुलिस और हरियाणा पुलिस उसे अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई हैं। बड़े स्तर पर हिंसा फैलने के बाद पुलिस पर कई सवाल उठ रहे हैं। सबसे पहला सवाल तो यह है कि सोशल मीडिया पर वीडियो के प्रसारित होने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। दूसरा सवाल यह कि पुलिस सांप्रदायिक दृष्टि से संवेदनशील इलाके में तनाव को भांपने में विफल क्यों रही।
हिंसा में मेरी कोई भूमिका नहीं- मोनू मानेसर
मोनू मानेसर ने हिंसा से किसी भी प्रकार का संबंध होने से इनकार किया है। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, उन्होंने एक मीडिया चैनल से बात करते हुए कहा कि उसने कोई भड़काऊ भाषण नहीं दिया था और न ही वह यात्रा में शामिल हुआ था। उन्होंने कहा, "हिंसा के लिए कांग्रेस विधायक मामीन खान जवाबदेह हैं। मैं गायों को बचाने के लिए काम करता हूं, लेकिन हरियाणा में जो कुछ भी हुआ, उसे हिंदू कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।"