ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे जारी, सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम पक्ष की याचिका पर आज सुनवाई
वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद के परिसर का वैज्ञानिक सर्वे जारी है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की एक टीम शुक्रवार सुबह पुलिस की भारी सुरक्षा के बीच परिसर पहुंची, जिसके बाद सर्वे शुरू किया गया। बतौर रिपोर्ट्स, सर्वे का कार्य आज शाम 5 बजे तक चल सकता है। गौरतलब है कि इलाहाबाद हाई कोर्ट ने गुरुवार को मुस्लिम पक्ष की याचिका को खारिज करते हुए ज्ञानवापी परिसर के वैज्ञानिक सर्वे की मंजूरी दी थी।
सर्वे टीम में ASI के 30 सदस्य शामिल
परिसर के सर्वे में 42 सदस्यीय टीम भाग ले रही है, जिसमें ASI के 30 सदस्य शामिल हैं। ASI की टीम को 2 भागों में बांटा गया है। इस प्रक्रिया में ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (GPR) सर्वेक्षण, कार्बन डेटिंग पद्धति और अन्य आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। मुस्लिम पक्ष ने अपनी दलील में कहा था कि सर्वे से ज्ञानवापी मस्जिद के ढांचे को नुकसान पहुंच सकता है।
सर्वे के दौरान हिंदू पक्ष भी मौजूद, मुस्लिम पक्ष ने किया बहिष्कार
सर्वे के दौरान वाराणसी के जिला प्रशासन द्वारा नामित लोगों के अलावा हिंदू पक्ष के वकील भी परिसर में मौजूद हैं, जबकि अंजुमन इंतजामिया मस्जिद समिति के सदस्यों ने सर्वे का बहिष्कार किया है। हिंदू पक्ष के वकील सुधीर त्रिपाठी ने कहा, "केवल ASI ही बता सकता है कि सर्वे का कार्य पूरा करने में कितने दिन लगेंगे। अयोध्या में राम मंदिर का सर्वे पूरा करने में करीब 7-8 महीने का समय लगा था।"
सर्वे के खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की याचिका
मुस्लिम पक्ष ने सर्वे के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है, जिस पर आज सुनवाई होगी। मुस्लिम पक्ष ने कहा है कि वह इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले से संतुष्ट नहीं है और सर्वे के फैसले पर रोक लगनी चाहिए। बता दें कि इससे पहले 24 जुलाई को भी सर्वे शुरू हुआ था, लेकिन मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया था और सर्वे पर बीच में रोक लग गई थी।
न्यूजबाइट्स प्लस
ज्ञानवापी मस्जिद से संबंधित विवाद सदियों पुराना है। हिंदू पक्ष का दावा है कि वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद को मुगल बादशाह औरंगजेब के निर्देश पर बनाया गया था। इसके लिए काशी विश्वनाथ मंदिर के एक हिस्से को तोड़ा गया था और मस्जिद मंदिर की जमीन पर बनी हुई है। दूसरी तरफ मुस्लिम पक्ष का कहना है कि मंदिर का मस्जिद से कोई संबंध नहीं है और यह अलग जमीन पर बनी हुई है।