कोरोना वैक्सीन की 100 करोड़ खुराकें लगीं, लेकिन अन्य देशों के मुकाबले कहां खड़ा है भारत?
क्या है खबर?
भारत ने दुनियाभर में कोहराम मचाने वाली कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत करने के नौ महीने बाद वैक्सीन की 100 करोड़ (एक अरब) खुराक लगाने का ऐतिहासिक मुकाम हासिल कर लिया है।
यह देश की आबादी के लिहाज से एक बड़ी उपलब्धि भी है, लेकिन इसके बाद भी भारत का नाम सबसे ज्यादा पूर्ण वैक्सीनेशन (दोनों खुराक लगाने) करने वाले देशों में शुमार नहीं है।
आइए जानते हैं भारत और विश्व की स्थिति।
शुरुआत
भारत में 16 जनवरी को हुई थी वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत
बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से कोरोना वायरस को महामारी घोषित करने के ठीक दस महीने बाद यानी 16 जनवरी, 2021 को अपने मेगा वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की थी।
पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई गई थी।
इसके बाद 1 मार्च को 60 साल से अधिक उम्र के लोगों, 1 अप्रैल को 45 साल से अधिक उम्र के और 1 मई से सभी वयस्कों के लिए वैक्सीनेशन अभियान खोल दिया गया।
सफलता
भारत ने नौ महीनों में ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया
भारत ने अपने अभियान में गुरुवार को वैक्सीन की 100 करोड़ खुराक लगाने का ऐतिहासिक मुकाम हासिल कर लिया है।
इसके तहत देशभर में 75 प्रतिशत वयस्क आबादी को एक और 31 प्रतिशत आबादी को दोनों खुराकें लग चुकी हैं।
देश में अब तक उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 12.22 करोड़, महाराष्ट्र में 9.32 करोड़, पश्चिम बंगाल में 6.85 करोड़, गुजरात में 6.77 करोड़ और मध्य प्रदेश में 6.72 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी हैं।
जानकारी
दुनियाभर में अब तक लगी वैक्सीन की 664 करोड़ खुराकें
न्यूज 18 के अनुसार, दुनिया भर में अब तक वैक्सीन की 664 करोड़ से अधिक खुराक लगाई जा चुकी है। इसमें भारत की 15 प्रतिशत हिस्सेदारी है। विश्व की लगभग 48 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है।
सबसे ज्यादा
चीन में लगाई जा चुकी है सबसे ज्यादा 223 करोड़ खुराकें
दुनिया में कोरोना वैक्सीन की सबसे ज्यादा 223 करोड़ खुराकें लगाने का रिकॉर्ड चीन के नाम है। चीन ने जून में 100 करोड़ खुराकों के मील के पत्थर को हासिल कर लिया था।
इसके अलावा चीन ने सितंबर के मध्य में अपनी 75 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लगा दी थी।
इसके अलावा 104 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन की दोनों खुराकें लगाई गई हैं। यह वहां की कुल आबादी का 74.94 प्रतिशत है।
तीसरा स्थान
सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन में तीसरे पायदान पर है अमेरिका
सबसे ज्यादा वैक्सीन की खुराकें लगाने में तीसरा स्थान अमेरिका का है। वहां अब तक वैक्सीन की 41 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी है।
इनमें से 22 करोड़ को वैक्सीन की कम से कम एक और 19 करोड़ को दोनों खुराकें लगाई जा चुकी है। इस हिसाब से वहां की 57.62 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की दोनों खुराकें लग चुकी है।
अमेरिका पूर्ण वैक्सीनेशन के मामले में भारत से कोसों आगे खड़ा है। यह भारत के लिए बड़ी चुनौती है।
पूर्ण वैक्सीनेशन
इन देशों में 80 प्रतिशत आबादी का हो चुका है पूर्ण वैक्सीनेशन
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों की मानें तो संयुक्त अरब अमीरात, पुर्तगाल, माल्टा और सिंगापुर ने अपनी 80 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की दोनों खुराकें लगा दी हैं। पूर्ण वैक्सीनेशन के मामले में ये देश शीर्ष पर काबिज हैं।
हालांकि, जनसंख्या के मामले में इन देशों की आबादी भारत और चीन से बहुत कम है, लेकिन कोरोना महामारी से सुरक्षा के मामले में ये भारत से कहीं आगे निकल चुके हैं। ऐसे में भारत को इस पर ध्यान देना होगा।
राहत
इंडोनेशिया और पाकिस्तान से आगे है भारत
पूर्ण वैक्सीनेशन के मामले में भारत के लिए राहत की बात यह है कि वह जनसंख्या के मामले में चौथे स्थान पर काबिज इंडोनेशया और पांचवें स्थान पर मौजूद पाकिस्तान से आगे है।
इंडोनेशिया में अभी तक 23 प्रतिशत आबादी और पाकिस्तान में महज 16 प्रतिशत आबादी को ही वैक्सीन की दोनों खुराकें लगी है।
इसके उलट भारत आबादी के हिसाब से दूसरा बड़ा देश होने के बाद भी 31 प्रतिशत लोगों को दोनों खुराक लगा चुका है।
जानकारी
यह है ब्राजील और जापान की स्थिति
ब्राजील में 26 करोड़ लोगों को वैक्सीन मिली है। इसमें 15 करोड़ को पहली और 11 करोड़ यानी 50.33 प्रतिशत को दोनों खुराकें मिल चुकी है। जापान में कुल 18 करोड़ खुराकें दी गई है और 67.17 प्रतिशत को दोनों खुराकें दी जा चुकी हैं।