
इस सड़क पर हर महीने होती थीं कई मौतें, नितिन गडकरी ने बताया कैसे किया ठीक
क्या है खबर?
केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-52) पर इंदौर-खलघाट-मुंबई कॉरिडोर पर सबसे अधिक सड़क दुर्घटना के लिए जिम्मेदार ब्लैकस्पॉट बकानेर घाट को ठीक कर दिया है।
हर महीने 7 से 8 लोगों की जान लेने वाले इस खतरनाक ब्लैकस्पॉट को 2 महीने पहले दुरुस्तकानेर किया गया है और तब से अभी तक किसी भी यात्री की जान नहीं गई है।
गडकरी ने एक वीडियो साझा कर बताया कि उन्होंने इसे कैसे अपनी योजना को अंजाम दिया।
सफलता
काफी उपाय के बाद भी नहीं रुक रहे थे हादसे
वीडियो में बताया गया कि मध्य प्रदेश के धार जिले में गणेश घाट या बकानेर घाट के नाम से मशहूर ब्लैकस्पॉट को ठीक करने के लिए कई उपाय पहले हुए थे, लेकिन हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे थे।
भोपाल के क्षेत्रीय अधिकारी एसके सिंह ने बताया कि ब्लैकस्पॉट हटाने के लिए वैकल्पिक मार्ग यानी हाईवे से हटकर एक बाईपास बनाया जाना था, जिसके लिए 18 महीने दिए गए थे।
हालांकि, इसे 2 महीने पहले तैयार कर लिया गया।
हादसे
कैसे रोका गया हादसा?
हादसे रोकने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने बाईपास का काम शुरू किया और 106 करोड़ रुपये की लागत से 9 किलोमीटर का बाईपास बनाया।
सिंह ने बताया कि 2 महीने पहले बाईपास के बनने से करीब 10 से 15 यात्रियों की जान बचाई गई है। इससे बकानेर घाट पूरी तरह हट गया है।
गडकरी ने वीडियो साझा कर एक्स पर लिखा कि यह कार्य अधिक कुशल यात्रा सुनिश्चित करने के लिए हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
ट्विटर पोस्ट
नितिन गडकरी का वीडियो
The Bakaner Ghat, one of the most accident-prone zones along the Indore–Khalghat–Mumbai corridor on NH-52, has been permanently eliminated through the proactive intervention of the NHAI.
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) May 16, 2025
The 8.80 km stretch was completed two months ahead of schedule, significantly enhancing road… pic.twitter.com/zFYSwXUZKI
जानकारी
देश में कुल 14,000 से अधिक ब्लैकस्पॉट चिन्हित
देश में कुल 14,000 ब्लैकस्पॉट को चिन्हित किया गया है, जिसमें से अधिक राष्ट्रीय राजमार्गों पर हैं। इनको ठीक करने का काम जारी है। बता दें कि भारत में हर साल 5 लाख सड़क दुर्घटनाओं में डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है।