इस साल करें इन 5 यूनेस्को विश्व धरोहरों की यात्रा, यादगार रहेगा अनुभव
क्या है खबर?
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन यानी यूनेस्को (UNESCO) एक ऐसा संगठन है, जो दुनिया भर में सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत का संरक्षण करता है।
भारत विविध संस्कृति वाला देश है, जहां महलों से लेकर गुफाओं तक, कई विश्व धरोहर स्थल मौजूद हैं।
अगर आप इस साल किसी खास जगह की यात्रा पर जाने की योजना बना रहे हैं, तो इन 5 यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों को अपनी सूची में शामिल करें।
#1
ताजमहल
आगरा के ताजमहल को भारत की शान माना जाता है, जो कि दुनिया के 7 अजूबों में भी शुमार होता है।
यह संगमरमर से बना महल 17वीं शताब्दी में बनाया गया था, जो कि शाहजहां और मुमताज महल के प्रेम का प्रतीक है।
यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किए गए इस महल को देखने हर साल दुनिया भर से लाखों पर्यटक आते हैं।
यह मुगल वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है, जिसे देखना किसी सपने जैसा लगता है।
#2
हम्पी
कर्नाटक में स्थित हम्पी एक आश्चर्यजनक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है, जो अपने प्राचीन मंदिरों और खंडहरों के लिए प्रसिद्ध है।
यह शानदार कला और वास्तुकला को प्रदर्शित करता है, जो देखते ही बनती है। यहां पर स्थित विरुपाक्ष मंदिर एक आकर्षण है, जो भगवान शिव को समर्पित है।
हम्पी स्मारकों के संग्रह का भी घर है, जो इसके ऐतिहासिक महत्व को और बढ़ा देते हैं। अगर आप कर्नाटक आ रहे हैं, तो हम्पी का रुख करना न भूलें।
#3
अजंता और एलोरा की गुफाएं
महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित अजंता और एलोरा गुफाएं भारतीय इतिहास और संस्कृति का बेहतरीन उदाहरण हैं।
ये गुफाएं प्राचीन भारतीय कला, वास्तुकला और धार्मिक महत्व को दर्शाती हैं। अजंता की गुफाएं बौद्ध धर्म से जुड़ी हैं, जबकि एलोरा की गुफाओं में हिंदू, बौद्ध और जैन धर्मों के मंदिर शामिल हैं।
इन गुफाओं की दीवारों पर बनी चित्रकला और मूर्तिकला बहुत सुंदर है। इन गुफाओं की चट्टानों को काटने की गतिविधि 6वीं-12वीं शताब्दी तक हुई थी।
#4
सुंदरवन राष्ट्रिय उद्यान
सुंदरबन राष्ट्रिय उद्यान दुनिया के सबसे बड़े मैंग्रोव जंगलों में से एक है। यह उद्यान एक टाइगर रिजर्व होने के साथ-साथ एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल भी है।
इसके अलावा, इस वन में बंगाल टाइगर्स की सबसे अधिक आबादी पाई जाती है। यहां आपको 200 से अधिक रॉयल बंगाल टाइगर और लगभग 10,000 चित्तीदार हिरण देखने को मिल सकते हैं।
इस वन में कई दुर्लभ या लुप्तप्राय जानवर भी रहते हैं।
#5
खजुराहो
मध्य प्रदेश स्थित खजुराहो मंदिरों के समूह को 10वीं-11वीं शताब्दी में चंदेल राजवंश के शासनकाल के दौरान बनाया गया था।
6 किलोमीटर में फैले इन मंदिरों में 23 संरचनाएं हैं, जो खजुराहो स्मारक समूह के पश्चिमी, पूर्वी और दक्षिणी समूहों का हिस्सा हैं।
इस स्थान पर स्थित नागर शैली के मंदिर वास्तुकला की मौलिकता और शिल्प कौशल को प्रदर्शित करते हैं। आज के समय में यहां 20 मंदिर ही बचे हैं, जो हिंदू और जैन धर्म का प्रतिनिधित्व करते हैं।