केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पराली से ईंधन बनाने की बात कही, जानें क्या है योजना
केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि अगले कुछ सालों में पराली लोगों को ढूंढ़े से नहीं मिलेगी और इसके भाव भी बढ़ जाएंगे। नागपुर में गडकरी ने समाचार एजेंसी ANI से कहा, "पराली से बायो-बिटुमेन, बायो-CNG, LNG बनाया जा रहा है। CNG और LNG के उत्पादन के लिए हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में 185 परियोजनाएं शुरू की गई हैं। पानीपत में पराली से इथेनॉल, बायो-बिटुमिन और एविएशन फ्यूल बन रहा है।"
पराली का बहुत अच्छा बाजार होगा- गडकरी
गडकरी ने आगे कहा, "सरकार पराली के काम को गति देने की कोशिश कर रही है। धीरे-धीरे पराली मिलेगी नहीं, पराली के भाव बढ़ेंगे और पराली का बहुत अच्छा बाजार होगा। पराली न जलने से प्रदूषण की समस्या सुलझाई जाएगी। पंजाब को सुझाव दिया था कि पराली को किसानों के फायदे से जोड़ों तो असर दिखेगा।" बता दें कि पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं ज्यादा कम नहीं हो रही हैं। इस पर सुप्रीम कोर्ट भी नाराजगी जता चुका है।
सुनिए क्या बोले नितिन गडकरी
क्या है बायो-बिटुमेन, जो पराली से बनेगी?
बिटुमेन काले रंग का तरल पदार्थ होता है, जिसका उपयोग सड़क और छत बनाने के लिए करते हैं। पराली से बायो-बिटुमेन बनाते हैं तो प्रदूषण का स्तर कम होगा, साथ ही किसानों को फायदा पहुंचेगा। पानीपत में अभी इंडियन ऑयल का संयंत्र पराली से एक लाख लीटर इथेनॉल और 150 टन बायो-बिटुमेन बनाता हैं। इसके अलावा एविएशन फ्यूल की तरह पराली से बने बायो-एविएशन फ्यूल से हवाई जहाज, लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर उड़ सकेंगे।