LAC पर चीन की वादाखिलाफी के बीच भारत ने जारी किए नए व्यापारिक नियम
वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सैनिकों की संख्या कम करने के मुद्दे पर चीन की वादाखिलाफी के बीच भारत ने नए व्यापारिक नियम जारी किए हैं। इन नियमों में देश की रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारत के साथ सीमा साझा करने वाले देशों के व्यापारियों पर पाबंदियां लगाई गई हैं। अब वे रजिस्ट्रेशन कराने और क्लीयरेंस मिलने के बाद ही कोई खरीद कर सकेंगे। इन नियमों से चीनी कंपनियां सबसे ज्यादा प्रभावित होंगी।
पड़ोसी देशों की कंपनियों को इन नए नियमों का करना होगा पालन
केंद्र सरकार द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि भारत के साथ जमीनी सीमा साझा करने वाले देशों के व्यापारियों या कंपनियों को उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) की रजिस्ट्रेशन समिति के पास रजिस्ट्रेशन कराना होगा और इसी के बाद वह भारत में किसी खरीद की बोली लगा सकेंगे। आदेश के अनुसार, बोली लगाने के लिए गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से राजनीतिक और सुरक्षा क्लीयरेंस अनिवार्य होगी।
माल और सेवाओं दोनों पर लागू होगा आदेश
सरकार का ये आदेश माल और सेवाओं दोनों तरह की खरीद पर लागू होगा और इनमें कंसल्टेंसी और गैर-कंसल्टेंसी सेवाएं भी शामिल हैं। कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए चिकित्सा संबंधी सामानों की खरीद को 31 दिसंबर तक इन नियमों से छूट दी गई है। वहीं एक अन्य आदेश के जरिए जिन देशों को भारत कर्ज देता है या विकास संबंधी सहायता प्रदान करता है, उन्हें पहले से रजिस्ट्रेशन की जरूरत से छूट दी गई है।
सैनिक पीछे हटाने पर वादाखिलाफी कर रहा है चीन
भारत ने ये आदेश ऐसे समय पर जारी किया है जब भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल और चीनी विदेश मंत्री के बीच LAC से सैनिक पीछे हटाने पर बनी सहमति पर चीन वादाखिलाफी कर रहा है। खबरों के अनुसार, चीन ने देपसांग प्लेन्स, गोगरा और पेंगोंग झील के फिंगर्स एरिया में अपने सैनिक पीछे नहीं किए हैं और LAC के पास उसके लगभग 40,000 सैनिक अभी भी बने हुए हैं।
मई से LAC पर बना हुआ है तनाव
भारत और चीन के बीच मई की शुरूआत से LAC पर तनाव बना हुआ है और दोनों देशों के सैनिक पांच जगहों पर आमने-सामने आ गए थे। इनमें से गलवान घाटी और हॉट स्प्रिंग्स इलाके में दोनों देशों के सैनिक LAC से एक-दो किलोमीटर पीछे हट गए हैं। गलवान घाटी में ही 15 जून को दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हुए थे।
चीन के खिलाफ कई आर्थिक कदम उठा चुका है भारत
15 जून की इस झड़प के बाद भारत ने चीन के खिलाफ कई आर्थिक कदम उठाए थे और इनमें सबसे अहम 59 चीनी ऐप्स पर बैन लगाना था। इन ऐप्स में टिकटॉक जैसा बेहद मशहूर ऐप भी शामिल था। इसके अलावा सरकार ने चीनी कंपनियों या उनके जॉइंट वेंचर्स को सड़क निर्माण का कोई भी ठेका नहीं देने का ऐलान भी किया था। सरकारी टेलीकॉम सेक्टर से भी चीनी कंपनियों का पत्ता काट दिया गया है।