घर के बाहर पेशाब करने पर पड़ोसियों ने महिला के गुप्तांग पर रॉड से किया हमला
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक महिला को घर के बाहर नाली पर पेशाब करना भारी पड़ गया। इससे पड़ोसी इतने बौखला गए कि उन्होंने इसपर विवाद शुरू कर दिया और महिला के गुप्तांग पर रोड से हमला कर दिया। इस हमले से महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। महिला को बेहोशी हालत में परिवारवालों ने अस्पताल में भर्ती कराया है। सूचना मिलते ही उत्तर प्रदेश पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला?
हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, सर्कल ऑफिसर वीएस वीर कुमार ने बताया कि यह घटना राम चंद्र मिशन पुलिस स्टेशन क्षेत्र के रुद्रपुर गांव की है। यहां 35 वर्षीय महिला ने कथित तौर पर अपने घर के पास नाली में पेशाब किया था। इसपर पड़ोस के घर के गुरुदेव की पत्नी और पीड़िता के बीच विवाद हुआ। इसके बाद आरोपी महिला और उसका पति लोहे की रॉड लेकर पीड़ित महिला के घर गए और उसके गुप्तांग पर कई हमले किये।
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस ने बताया कि इस हमले से महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। जब उसके परिजन घर आए तो वह बेहोशी की हालत में मिली। परिजन उसे तुरंत राजकीय मेडिकल कॉलेज लेकर गए जहां उसका इलाज किया जा रहा है। परिजनों को महिला ने ही पूरी जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि मामले की सूचना मिलने के बाद आरोपी गुरुदेव, राजीव और गुरुदेव की पत्नी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
उत्तर प्रदेश में बढ़ रहा महिलाओं के खिलाफ अपराध
2022 के लिए जारी राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, लगातार चौथे वर्ष उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में साल 2020 में 49,385 महिला अपराध के मामले दर्ज किये गए थे। साल 2021 में यह आंकड़ा 56,083 रहा। साल 2022 में 65,743 घटनाएं दर्ज की गई हैं। इसके अलावा दहेज के लिए महिलाओं की हत्या के मामले में प्रदेश पहले नंबर पर है।
राष्ट्रीय महिला आयोग को 2022 में मिलीं 30,957 शिकायतें
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) को साल 2022 में महिलाओं के खिलाफ हुए अपराधों की लगभग 31,000 शिकायतें मिलीं थीं, जो 2014 के बाद सबसे ज्यादा हैं। ये आंकड़े आयोग की ओर से जारी किए गए हैं। आकंड़ों के मुताबिक, कुल शिकायतों में से एक चौथाई घरेलू हिंसा से जुड़ी थीं। आयोग को 2021 में 30,864 शिकायतें मिली थीं, जो 2022 में थोड़ी बढ़कर 30,957 हो गई हैं। साल 2014 में सर्वाधिक 33,906 शिकायतें मिली थीं।