उत्तर प्रदेश: मुस्लिम महिलाओं के रेप की धमकी देने के आरोपी बजरंग मुनि गिरफ्तार
सीतापुर पुलिस ने बुधवार को रेप की धमकी देने के आरोपी महंत बजरंग मुनि को गिरफ्तार कर लिया है। करीब एक हफ्ते पहले उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। जांच के दौरान और सबूत सामने आने के बाद पुलिस ने उनके खिलाफ दो समुदायों के बीच शत्रुता फैलाने समेत कई नए आरोप जोड़े हैं। उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बजरंग की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। आइये पूरी खबर जानते हैं।
8 अप्रैल को दर्ज हुआ था मामला
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो के आधार पर सीतापुर पुलिस ने 8 अप्रैल को बजरंग मुनी के खिलाफ मामला दर्ज किया था। खैराबाद शहर में एक मस्जिद के सामने से गुजर रही कलश यात्रा के दौरान उन्होंने रेप करने की धमकी दी थी। हालांकि, विवाद बढ़ने पर उन्होंने इस बयान के लिए माफी मांग ली थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बजरंग मुनी अपने नफरती बयानों के अलावा जमीन विवाद को लेकर भी चर्चा में रहे हैं।
न्यायिक हिरासत में भेजे गए बजरंग मुनि
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद बजरंग मुनि को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया था, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उनकी गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थक श्री लक्ष्मणदास उदासीन आश्रम के बाहर इकट्ठा हो गए और हंगामा करने लगे। हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासन ने आश्रम और आसपास के इलाकों में PAC और पुलिसकर्मियों को तैनात किया है।
बजरंग मुनि ने क्या कहा था?
पिछले हफ्ते सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो सामने आए थे जिनमें बजरंग मुनि को रेप की धमकी देते हुए सुना जा सकता है। वे कह रहे हैं कि अगर एक भी हिंदू महिला को परेशान किया गया तो मुस्लिम महिलाओं के रेप किए जाएंगे। ये धमकी उन्होंने 2 अप्रैल को खैराबाद में कलश यात्रा के दौरान एक मस्जिद के बाहर दी थी। ये वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया था।
जमीन पर कब्जे के कारण भी विवादों में रहे हैं बजरंग मुनि
बजरंग मुनि भूमि पर अवैध कब्जे और इससे सबंधित विवादों के लिए भी चर्चा में रहे हैं। इसमें से ज्यादातर जमीन श्री लक्ष्मणदास उदासीन आश्रम (बड़ी संगत) के आसपास की है। मामले के दो अलग-अलग पक्ष हैं। एक पक्ष का कहना है कि पहले आश्रम पर 300 बीघा जमीन थी जिस पर ग्रामीण खेती करने लगे। वहीं दूसरे पक्ष का कहना है कि 200 बीघा जमीन पर मुनि ने कब्जा किया है और अब वो इसे आश्रम की बताता है।
दो साल पहले सीतापुर आए थे बजरंग मुनि
खैराबाद में बजरंग मुनि के करीबी लोगों का कहना है कि वे मूल तौर पर प्रतापगढ़ जिले के रानीगंज इलाके का रहने वाले हैं और अपनी शुरूआती शिक्षा मध्य प्रदेश के इंदौर से पूरी की है। वे दो साल पहले सीतापुर आए थे।