मुंबई में लगता है दुनिया का सबसे बुरा ट्रैफिक जाम, दिल्ली चौथे स्थान पर
क्या है खबर?
भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में दुनिया का सबसे बुरा ट्रैफिक जाम लगता है।
वहीं, देश की राजधानी दिल्ली भी इस मामले में पीछे नहीं है और उसका इस सूची में चौथा नंबर है।
तकनीक के क्षेत्र में काम करने वाली प्रसिद्ध कंपनी टोमटोम के एक अध्ययन में ये बातें सामने आई हैं।
अध्ययन के अनुसार, पिछले एक दशक में विश्व भर में ट्रैफिक की भीड़ में इजाफा हुआ है और भारत भी इससे अछूता नहीं है।
मुंबई ट्रैफिक
सफर तय करने में लगता है 65 प्रतिशत अतिरिक्त समय
मंगलवार को जारी अध्ययन के अनुसार, ट्रैफिक जाम की वजह से मुंबई में ड्राइवर को अपना सफर पूरा करने में तय समय सीमा से 65 प्रतिशत अधिक समय लगता है।
ये दुनिया में सबसे अधिक है और मुंबई सूची में शीर्ष पर है।
मुंबई और चौथे नंबर पर स्थित दिल्ली के बीच कोलंबिया के बोगोटा और पेरू के लिमा का नंबर आता है।
रूस की राजधानी मास्को सूची में ट्रैफिक जाम के मामले में दुनिया में पांचवें स्थान पर है।
जानकारी
अध्ययन में शामिल थे भारत के केवल दो शहर
ये पहली बार है जब GPS आधारित एक अध्ययन के जरिए भारत में ट्रैफिक की समस्या को दर्शाया गया है। गौरतलब है कि 56 देशों के 403 शहरों में हुए अध्ययन में भारत के केवल दो शहरों, मुंबई और दिल्ली, को शामिल किया गया था।
अध्ययन
2017 के मुकाबले ट्रैफिक में मामूली कमी
2018 में मुंबई के ट्रैफिक में 2017 के मुकाबले एक प्रतिशत की मामूली कमी आई।
शहर में सबसे तगड़ा ट्रैफिक जाम 21 अगस्त, 2018 को लगा, जब सफर में अतिरिक्त समय 111 प्रतिशत तक पहुंच गया।
वहीं, दिल्ली के ट्रैफिक में 2017 के मुकाबले 4 प्रतिशत की कमी आई।
दिल्लीवासियों को 83 प्रतिशत अतिरिक्त समय के साथ 8 अगस्त, 2018 को सबसे तगड़े जाम का सामना करना पड़ा।
दोनों शहरों में 2 मार्च को सबसे कम ट्रैफिक देखने को मिला।
रिपोर्ट
हाइवे पर लगता है कम अतिरिक्त समय
'टाइम्स ऑफ इंडिया' की रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई में सुबह व्यस्ततम घंटों के दौरान 30 मिनट का सफर तय करने के लिए 24 मिनट अतिरिक्त समय लगता है।
वहीं, शाम को व्यस्ततम घंटों के दौरान 31 मिनट अतिरिक्त समय लगता है।
रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई में जहां हाइवे पर सफर तय करने में 56 प्रतिशत अतिरिक्त समय लगता है, वहीं गैर-हाइवे रूटों पर सफर में 76 प्रतिशत अतिरिक्त समय लगता है।
बयान
'ट्रैफिक बढ़ना बुरी और अच्छी, दोनों तरह की खबर'
कंपनी के ट्रैफिक मामलों के उपाध्यक्ष राल्फ-पीटर शेफर ने इस मौके पर कहा, "दुनिया भर में ट्रैफिक बढ़ रहा है। यह बुरी और अच्छी दोनों तरह की खबर है।"
उन्होंने आगे कहा, "अच्छी इसलिए क्योंकि ये मजबूत वैश्विक अर्थव्यवस्था का संकेत देता है। लेकिन इसका दूसरा और बुरा पहलू ये है कि ट्रैफिक जाम में बैठे-बैठे लोगों का काफी समय बर्बाद होता है और इससे पर्यावरण पर बहुत असर पड़ता है।"