NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / मुंबई: 27 वर्षीय लड़की ने भिखारियों को बनाया गायक, एक शो के मिलते हैं 35,000 रुपये
    अगली खबर
    मुंबई: 27 वर्षीय लड़की ने भिखारियों को बनाया गायक, एक शो के मिलते हैं 35,000 रुपये

    मुंबई: 27 वर्षीय लड़की ने भिखारियों को बनाया गायक, एक शो के मिलते हैं 35,000 रुपये

    लेखन प्रदीप मौर्य
    May 20, 2019
    04:35 pm

    क्या है खबर?

    हर व्यक्ति की एक ख़ासियत होती है। कुछ लोग अपनी इस ख़ासियत को दुनिया के सामने लाते हैं, कुछ गुमनामी में खो जाते हैं।

    वहीं, दुनिया में कई ऐसे लोग भी हैं, जो लोगों की ख़ासियत को पहचानकर उसे एक मुकाम तक पहुँचाने में मदद करते हैं।

    यह कहानी एक ऐसी ही लड़की की है, जिसने कुछ भिखारियों की ख़ासियत को पहचानकर उन्हें आज प्रोफ़ेशनल गायक बना दिया है।

    उन्हें आज एक संगीत शो के 35,000 रुपये तक मिलते हैं।

    शुरुआत

    ट्रेन में और स्टेशन पर मिले कई तरह के गायक

    हम जिस लड़की की बात कर रहे हैं, वो हैं 27 वर्षीया हेमलता तिवारी।

    आपको बता दें हेमलता लगभग पाँच महीने मुंबई में रहीं और लोकल ट्रेनों में यात्रा की। उसी समय उन्हें ट्रेनों और स्टेशनों पर कई तरह के गाने वाले मिले। वो गाना गाकर भीख माँगते थे।

    जब हेमलता ने उनका गाना सुना तो वह एकदम हैरान हो गईं, क्योंकि वो किसी गायक की तरह सही सुर-ताल के साथ गा रहे थे।

    जानकारी

    हेमलता ने किया एक संगठन का निर्माण

    इसके बाद क्या था, हेमलता उनके लिए कुछ बेहतर करने के बारे में विचार करने लगीं। उन्होंने भीख माँगने वालों के जीवन में बदलाव लाने के बारे में ठान लिया और एक संगठन का निर्माण किया।

    स्वागत

    ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों का गाकर कर रहे थे स्वागत

    नौ साल पहले की बात है, जब हेमलता एक दिन लोकल ट्रेन में सवार हुईं और एक स्टेशन पर उतरीं। वहाँ उन्होंने दो ऐसे लोगों को देखा, जो यात्रियों का गाना गाकर स्वागत कर रहे थे।

    उनका गाना इतना अच्छा था कि हेमलता उसमें डूब गईं और सुनती रहीं।

    इसके बाद वो एक कार्यक्रम में चली गईं। वहाँ उन्होंने बड़े कलाकारों को देखा, जो लोगों से घिरे हुए थे। उस समय उन्हें स्टेशन वाले दोनों गायकों की याद आ गई।

    जानकारी

    2012 में की स्वराधार की स्थापना

    अब हेमलता ने ठान लिया कि चाहे जो भी हो जाए वो स्टेशन पर दिखे गायकों और उनके जैसे लोगों को गाने के लिए बड़ा मंच प्रदान करवाएँगी। इसी को ध्यान में रखकर उन्होंने 2012 में स्वराधार (Swaradhar) की स्थापना की।

    काम

    क्या करता है स्वराधार?

    स्वराधार की स्थापना का मकसद उन कलाकारों को मंच प्रदान करना है, जो भीख माँगते हैं।

    हेमलता कहती है, "हम उन कलाकारों को प्रशिक्षण देते हैं, जो हमसे जुड़ते हैं। उनकी कला के अलावा हम उन्हें तैयार भी करते हैं, ताकि वो मंच पर बेहतर प्रदर्शन कर सकें।"

    हेमलता की इस पहल से समाज के उपेक्षित लोगों को समाज में सम्मान मिला है। इसके अलावा उनकी इस कोशिश से पहले भिखारी कहे जाने वालों को अब कलाकार कहा जाता है।

    बयान

    स्वराधार के प्रभाव से हुआ ये बदलाव

    हेमलता ने कहा, "ईमानदारी से कहूँ तो जब हमने शुरुआत की थी, तब हम घर-घर जाकर कलाकारों से अपने साथ जुड़ने का अनुरोध करते थे। उनमें से ज़्यादातर इनकार कर देते थे, लेकिन आज हमारे साथ 500 से ज़्यादा कलाकार जुड़े हैं।"

    संगीत

    संगीत ने प्रदान की गरिमा

    36 साल के नेत्रहीन कलाकार चेतन पाटिल कुछ समय पहले तक अपना जीवन ख़त्म करना चाहते थे, लेकिन संगठन ने उनका जीवन बदल दिया।

    नेत्रहीन होने की वजह से चेतन को उनके परिवार वालों ने घर से निकाल दिया। उनके पास रहने के लिए कोई जगह नहीं थी। स्टेशन पर रहने की वजह से रेलवे पुलिस ने उन्हें ख़ूब पीटा भी था।

    अब वो संगठन के साथ जुड़कर काम करते हैं और उनकी वजह से कई स्पॉन्सर भी आते हैं।

    कमाई

    कैसे और कितनी होती है कमाई

    अगर इन कलाकारों के कमाई की बात करें तो तीन कलाकारों और संगीत सेटअप को मिलाकर एक साधारण कार्यक्रम की कमाई 35,000 रुपये से 45,000 रुपये तक होती है। इन पैसों को बाद में कलाकारों में बाँट दिया जाता है।

    इस काम में संगठन की मदद कुछ CSR साझेदार भी करते हैं।

    संगठन ग्राहकों के हिसाब से उन्हें तरह-तरह के संगीत के पैकेज भी प्रदान करता है, जिसकी कीमत अलग-अलग होती है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारत की खबरें
    मुंबई
    संगीत समारोह

    ताज़ा खबरें

    डोनाल्ड ट्रंप ने फिर लिया भारत-पाकिस्तान युद्धविराम का श्रेय, जानिए क्या दिया बयान अमेरिका
    IPL 2025, एलिमिनेटर: GT बनाम MI मैच में ये खिलाड़ी रहा 'प्लेयर ऑफ द डे' IPL 2025
    IPL 2025 में खत्म हुआ गुजरात टाइटंस का सफर, आंकड़ों से जानिए कैसा रहा प्रदर्शन इंडियन प्रीमियर लीग
    IPL 2025: MI ने एलिमिनेटर में GT को हराया, देखिए मैच के शानदार मोमेंट्स IPL 2025

    भारत की खबरें

    श्रीलंका में हमला करने वाले आतंकी ट्रेनिंग के लिए आए थे कश्मीर- श्रीलंका सेना प्रमुख कश्मीर
    IRCTC तत्काल बुकिंग: ऐसी स्थितियाँ जिसके तहत मिलता है पूरा रिफ़ंड IRCTC
    ड्यूटी पर वापस लौटने के बाद विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान का पहला वीडियो हुआ वायरल पाकिस्तान समाचार
    भारतीय रेलवे: ब्रेक जर्नी के नियमों के बारे में यहाँ जानें सबकुछ देश

    मुंबई

    MTNL का क्रिसमस ऑफरः 60 दिनों के लिए मुफ्त मिल रहा है अनलिमिटेड डाटा दिल्ली
    सचिन तेंदुलकर के कोच रमाकांत आचरेकर का 87 साल की उम्र में निधन भारत की खबरें
    दिल्ली और मुंबई में 2040 तक होंगे 3-3 एयरपोर्ट, अन्य 31 शहरों में बनेंगे 2-2 एयरपोर्ट दिल्ली
    शमिता शेट्टी के साथ बीच सड़क हुई बदसलूकी, गाड़ी को मारी टक्कर, ड्राइवर से भी मारपीट सेलिब्रिटी गॉसिप

    संगीत समारोह

    इंडोनेशिया: रॉक कॉन्सर्ट में लोग कर रहे थे मस्ती तभी अचानक आ गई सुनामी, देखें वीडियो सुनामी
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025