महाराष्ट्र: स्कूल बंद होने के कारण लड़कियों की कम उम्र में हो रही शादी- परिषद विधायक
क्या है खबर?
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण सभी राज्यों में शिक्षण संस्थान बंद हैं। इस बीच महाराष्ट्र के औरंगाबाद से परिषद विधायक (MLC) सतीश चव्हाण ने राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर उनसे स्कूल और कॉलेज बंद रखने के फैसले पर एक बार फिर विचार करने का अनुरोध किया।
उन्होंने दावा किया है कि इससे लड़के खेतों में काम करने को मजबूर हो गए हैं, जबकि माता-पिता कम उम्र में लड़कियों की शादी करा रहे हैं।
गुजारिश
स्कूल-कॉलेजों को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की गुजारिश
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता चव्हाण ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दावा किया कि शिक्षण संस्थानों के बंद होने से छात्रों की शिक्षा प्रभावित हो रही है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से राज्य के स्कूल और कॉलेजों को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की गुजारिश की है।
बता दें कि NCP शिवसेना के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार के घटक दलों में से एक है।
प्रभाव
छात्रों के ज्ञान प्राप्त करने के कौशल पर पड़ रहा नकारात्मक प्रभाव
चव्हाण ने अपने पत्र में कहा कि स्कूल और कॉलेज बंद रहने से छात्रों के लेखन और पढ़ने के कौशल और उनके ज्ञान प्राप्त करने के कौशल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में मॉल, होटल और सिनेमा हॉल को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ कैसे काम करने दिया जा रहा है, इस पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
बयान
स्कूल खोलने की मांग को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने दिया ये बयान
बता दें कि एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा था कि स्कूलों को फिर से खोलने की मांग पर अगले 10-15 दिनों के बाद विचार किया जाएगा क्योंकि बच्चों में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार की घटनाएं कम हैं और छात्रों को शिक्षा का नुकसान ज्यादा हो रहा है।
उन्होंने कहा था कि इस पर अंतिम फैसला महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ठाकरे करेंगे।
स्थिति
महाराष्ट्र में महामारी और वैक्सीनेशन की क्या स्थिति?
16 जनवरी को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 41,327 मामले सामने आए हैं और 29 मरीजों की मौत हुई।
महाराष्ट्र में कोरोना के वैक्सीनेशन की बात की जाए तो यहां फिलहाल 14.31 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। 8.47 करोड़ से अधिक लोगों को कम से कम एक खुराक लग चुकी है, वहीं 5.80 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन की दोनों खुराकें लग चुकी है।