दिल्ली: हिंदू राव अस्पताल के डॉक्टरों को महीनों से नहीं मिला वेतन, ऑनलाइन प्रदर्शन शुरू
काम के ज्यादा घंटे और कोरोना संक्रमितों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम पर डालने के बावजूद दिल्ली के हिंदू राव अस्पताल के डॉक्टरों को कई महीनों से वेतन नहीं मिला है। सरकार की बेरुखी से परेशान डॉक्टरों ने सोमवार से ऑनलाइन तरीकों से अपना विरोध जताना शुरू किया है। डॉक्टर प्लेकार्ड लिए हुए सोशल मीडिया पर अपनी फोटो पोस्ट कर रहे हैं। इस प्ले कार्ड पर लिखा है कि उन्हें कितने दिनों से वेतन नहीं मिल रहा है।
हाई कोर्ट के आदेश के बाद जून में मिला था वेतन
विशेष रूप से कोरोना मरीजों के लिए निर्धारित किया गया हिंदू राव अस्पताल उत्तरी दिल्ली नगर निगम (NDMC) के तहत आता है। रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) के अनुसार, हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के बाद उन्हें अंतिम बार जून में वेतन मिला था। RDA के प्रमुख डॉक्टर अभिमन्यु सरदाना ने कहा कि अगर उचित कदम नहीं उठाए जाते हैं तो डॉक्टर अनिश्चितकालीन प्रदर्शन करेंगे। दूसरे अधिकारी ने कहा कि डॉक्टर अपनी जान की बाजी लगाकर ड्यूटी कर रहे हैं।
106 दिनों से बिना वेतन काम कर रहे डॉक्टर
इसी बीच बीते कुछ दिनों से डॉक्टर सोशल मीडिया के जरिये लोगों को ध्यान खींचने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए उन्होंने अब एक ऑनलाइन कैंपेन शुरू किया है। इसके तहत PPE किट पहने डॉक्टर एक प्लेकार्ड के साथ अपनी फोटो पोस्ट कर रहे हैं। सबसे नई फोटो में 'डॉक्टर्स ऑन कोवि़ड ड्यूटी, अनपेड डे 106, हिंदू राव हॉस्पिटल दिल्ली' लिखा है। दिनों की संख्या हर रोज अपडेट की जा रही है।
अस्पताल में भी प्रदर्शन कर रहे हैं डॉक्टर
अभियान के साथ-साथ डॉक्टरों का समूह रोजाना दो-तीन घंटे तक विरोध प्रदर्शन भी करता है। इनका कहना है कि जब तक उन्हें वेतन नहीं मिलता, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। डॉक्टरों का कहना है कि पहले भी दो-तीन महीने तक उनका वेतन रुका था।
प्रबंधन और नेताओं को पत्र लिखने के बाद भी नहीं हुआ परेशानी का हल
हिंदू राव अस्पताल में लगभग 50 डॉक्टर कोरोना वायरस ड्यूटी पर लगाए गए हैं। इनमें से किसी को भी वेतन नहीं मिला है। ऐसा ही हाल अस्पताल के दूसरे कर्मियों का है, जो बिना वेतन काम कर रहे हैं। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, डॉक्टरों ने 23 सितंबर को अस्पताल प्रबंधन को पत्र लिखकर अपनी परेशानी बताई थी। इसके अलावा NDMC के शीर्ष अधिकारियों और राजनेताओं को भी इस संबंध में पत्र लिखे गए हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ है।
दूसरे अस्पतालों में भी कर्मचारियों को नहीं दिया जा रहा वेतन
डॉक्टरों को वेतन नहीं मिलने का मामला सिर्फ हिंदू राव अस्पताल तक ही सीमित नहीं है। NDMC के तहत लगभग 1,000 वरिष्ठ डॉक्टर, 500 रेसिडेंट डॉक्टर और लगभग 1,500 नर्सिंग अधिकारी काम करते हैं। NDMC की तरफ से इनमें से अधिकतर के लिए वेतन का पैसा जारी नहीं किया गया है। महर्षि वाल्मिकी इंफेक्शियस डिसीज, कस्तूरबा अस्पताल, गिरधारी लाल मैटरनिटी अस्पताल और राजन बाबू इंस्टीट्यूट ऑफ पल्मनेरी एंड ट्यूबरकुलोसिस आदि सभी NDMC के तहत आते हैं।
NDMC की बैठक में उठा मुद्दा
मंगलवार को NDMC की बैठक में डॉक्टरों को वेतन न मिलने का मुद्दा गर्माया था। बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी पार्षद द्वारा हंगामा करने के बाद मेयर जय प्रकाश ने उन्हें अगली तीन बैठकों के लिए निलंबित कर दिया है।