भारत में अधिकतर कामकाजी आयु वर्ग के लोगों की हुई है कोरोना संक्रमण से मौत
भारत में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या में प्रतिदिन रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो रही है। वर्तमान में संक्रमितों की संख्या 3,80,532 पर पहुंच गई है। इसी बीच अंतर्राष्ट्रीय जनसंख्या विज्ञान संस्थान (IIPS) मुंबई और उससे जुड़े शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन में चौंकाने वाली बात सामने आई है। द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार अध्ययन में सामने आया कि भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण से अधिकतर मौत कामकाजी आयु वर्ग के लोगों की हो रही है।
देश में 9 मई तक सामने आए मामलों पर किया अध्ययन
बता दें कि IIPS ने यह अध्ययन देश में गत 9 मई तक सामने आए कोरोना संक्रमण के मामलों पर किया है। उस दौरान देश में संक्रमितों की संख्या 65,000 से अधिक थी और तब तक करीब 2,100 लोगों की मौत हो चुकी थीं।
भारत में 50 प्रतिशत से अधिक मौत 35-64 आयु वर्ग के लोगों की हुई
IIPS के अध्ययन के अनुसार भारत में कोरोना संक्रमण हुई मौतों में से 50 प्रतिशत से अधिक 35-64 या 40-64 वर्ष आयु वर्ग के लोगों की हुई है।इस आयु वर्ग में सबसे अधिक कामकाजी लोग हैं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 30-64 वर्ष के आयु वर्ग में मौत का अनुपात 58.5% और 40-64 वर्ष के आयु वर्ग में 53.5% रहा है। ऐसे में यह स्थिति देश के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय बनी हुई है।
अन्य देशों की तुलना में अलग है भारत में मौतों का तरीका
अध्ययन के प्रमुख लेखक संजय मोहंती ने बताया कि भारत में कोरोना वायरस से हो रही मौतों का तरीका विकसित देशों की तुलना में बिल्कुल अलग है। विकिसित देशों में 70 प्रतिशत मौतें 70 साल के अधिक आयु वर्ग के लोगों की हुई है। इसका प्रमुख कारण है कि भारत की औसत आयु 24 वर्ष है। ऐसे में विकसित देशों की तुलना में यहां युवा और कामकाजी वर्ग के अधिक लोग कोरोना की चपेट में आ रहे हैं।
भारत में 40 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में हैं अन्य बीमारियां
अध्ययन में यह भी बताया गया है कि भारत में 40 वर्ष से अधिक आयु के ज्यादातर लोगों को मधुमेह और हाई ब्लडप्रेशर की शिकायत है। ऐसे में कोरोना की चपेट में आने के बाद उनकी मौत होने का खतरा सबसे अधिक रहता है।
देश की 60 प्रतिशत मौत 30-64 वर्ष आयु वर्ग के लोगों की हुई
अध्ययन के अनुसार देश में कोरोना वायरस से हुई मौतों में से 60 प्रतिशत मौत 30-64 आयु वर्ग के लोगों की हुई है। इसी तरह 2.3 प्रतिशत मौतें 15 साल से कम और 12.8 प्रतिशत मौतें 15-44 आयु वर्ग के लोगों की हुई है। इसी तरह 48.2 प्रतिशत मौतें 45-64 साल आयु वर्ग और 36.8 प्रतिशत मौतें 65 साल से अधिक उम्र के लोगों की हुई है। इससे साफ है कि सबसे अधिक मौत कामकाजी आयु वर्ग की हुई है।
60 साल से अधिक आयु के लोगों को है सबसे अधिक खतरा
अध्ययन में यह भी बताया गया है कि 60 साल से अधिक आयु वर्ग के लोगों के कोरोना संक्रमित होने पर मौत का खतरा चार गुना अधिक है। इसी तरह 15-60 वर्ष आयु वर्ग के लोगों में कोरोना संक्रमण के बिना मरने की खतरा 0.17%, 0.5 प्रतिशत कम्यूनिटी ट्रांसमिशन से संक्रमित होने पर 0.19%, एक प्रतिशत कम्यूनिटी ट्रांसमिशन के साथ 0.20% और 2 प्रतिशत कम्यूनिटी ट्रांसमिशन के साथ 0.23% बढ़ जाएगा।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 13,586 नए मामले सामने आए और 516 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। ये अब एक दिन में सामने आए संक्रमण के सबसे अधिक मामले और मौतें हैं। इससे पहले कल रिकॉर्ड 12,881 नए मामले सामने आए थे। इसी के साथ कुल मामलों की संख्या 3,80,532 हो गई है, वहीं 12,573 की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या 1,63,248 है।