कोरोना वायरस: ICMR-AIIMS ने दी एंटीजन टेस्ट किट को मंजूरी, 30 मिनट में मिलेगा परिणाम
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का प्रसार बड़ी तेजी से हो रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और चिकित्सा विशेषज्ञ वैक्सीन नहीं मिलने तक टेस्टिंग को ही इससे बचने का एकमात्र तरीका बता रहे हैं। ऐसे में अब भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और AIIMS ने टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के लिए एक दक्षिण कोरियाई कंपनी की एंटीजन टेस्ट किट को मंजूरी दे दी है। इस किट से महज 30 मिनट में ही परिणाम प्राप्त किया जा सकता है।
पॉजीटिव रिजल्ट आने पर नहीं होगी RT-PCR टेस्ट की जरूरत
ICMR के मीडिया समन्वयक डॉ एलके शर्मा ने बताया कि इस किट के जरिए संक्रमण का पता लगाया जा सकता है। इसके लिए संदिग्ध मरीज का अलग से RT-PCR टेस्ट की जरूरत नहीं होगी। हालांकि, यदि किसी संदिग्ध मरीज की रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो संक्रमण का पता लगाने के लिए RT-PCR टेस्ट जरूरी होगा। किट की सही पॉजिटिव बताने की दर 50% से 84% है। ICMR ने दो साइटों पर जांच के बाद इसे मंजूरी दी है।
भारत में मानेसर में हो रहा है किट का उत्पादन
बता दें कि भारत में इस किट को हरियाणा के मानेसर स्थित एसडी बायोसेंसर कंपनी द्वारा तैयार किया जा रहा है। इससे भारत में इस किट की आसानी से आपूर्ति की जा सकेगी। इससे सभी राज्यों को अधिक जांच करने में मदद मिलेगी।
इस तरह से होगी एंटीजन किट के जरिए कोरोना की जांच
डॉ शर्मा ने बताया कि किट के पैकेट में एक फॉइल के भीतर टेस्ट डिवाइस होती है। किट के भीतर पेपर स्टैंड, स्टेराइल स्वाब और एक्ट्रैक्शन बफर ट्यूब होती है। इसके अलावा एक पेपर स्टैंड भी होता है। RT-PCR में जहां खून निकालना पड़ता है, वहीं एंटीजन टेस्ट में स्टेराइल ट्यूब संदिग्ध की नाक में डालकर नेजल स्वाब लिया जाता है। इसके बाद वायरस को इनेक्टिव करने के लिए उसे एक वायरल एक्सट्रैक्शन बफर में डाल दिया जाता है।
एंटीजन किट में इस तरह सामने आता है परिणाम
जांच के लिए स्वाब लेने के बाद एक नॉजल के जरिए सैंपल की 2-3 बूंदें टेस्ट स्ट्रिप के वेल में गिराई जाती हैं। 15 मिनट में स्ट्रिप का रंग बदलना यह बता देता है कि कोरोना है या नहीं। अगर सैंपल पॉजिटिव मरीज का होगा तो कंट्रोल लाइन गुलाबी या लाल हो जाएगी और टेस्ट लाइन का भी रंग बदलेगा। यदि कंट्रोल लाइन गुलाबी या लाल हो जाए, लेकिन टेस्ट लाइन का रंग नहीं बदले तो सैंपल निगेटिव होगा।
नेगेटिव पकड़ने की दर 99.3-100%
डॉ शर्मा ने बताया कि इस किट में जहां सही पॉजिटिव बताने की दर 50% से 84% है, वहीं सही नेगेटिव बताने की दर 99.3-100% है। ऐसे में इस किट के जरिए संदिग्ध मरीजों की जांच के गलत परिणाम आने की संभावनाएं बहुत कम रहेगी।
ICMR ने किट से जांच के लिए जारी की यह गाइडलाइंस
ICMR ने कंटेनमेंट और हॉटस्पॉट में इस किट का उपयोग करने, बुखार के लक्षण वाले हर व्यक्ति की जांच करने, संक्रमित कें संपर्क में आने वालों की जांच करने, कंटेनमेंट जोन में रहने वाले कैंसर और किडनी जैसी गंभीर बीमारी के मरीजों की जांच करने की गाइडलाइंस जारी की है। इसी तरह अस्पतालों में बुखार के लक्षण वाले मरीज, संक्रमण की आशंका वाले चिकित्साकर्मी और गंभीर बीमारियों के मरीजों की भी जांच करने को कहा है।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 11,502 नए मामले सामने आए और 325 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। ये एक दिन में मिले दूसरे सबसे अधिक नए मामले हैं। इससे पहले कल रिकॉर्ड 11,929 नए मामले सामने आए थे। देश में तीन दिन से 11,000 से अधिक नए मामले आ रहे हैं। इसी के साथ कुल मामलों की संख्या 3,32,424 हो गई है, वहीं 9,520 की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या 1,53,106 है।