लॉकडाउन: अप्रैल में चेक और ऑनलाइन आदि लेनदेन में आई 50-70 फीसदी की गिरावट
क्या है खबर?
देश में कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए जारी किए गए लॉकडाउन के दौरान अप्रैल में भुगतान और लेनदेन में काफी गिरावट देखी गई।
मार्च की तुलना में अप्रैल में भुगतान में 46 फीसदी की कमी देखी गई है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल में चेक के जरिये भुगतान, ATM से निकासी, NEFT और RTGS के जरिये भुगतान और ट्रांजेक्शन में 26-71 प्रतिशत तक की गिरावट आई है।
जानकारी
सिर्फ DBT में देखा गया इजाफा
बाकी सभी तरीकों में आई कमी के विपरित डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिये भुगतान में 138 प्रतिशत इजाफा देखा गया। DBT के जरिये सरकार ने लॉकडाउन के कारण मुसीबतें झेल रहे लोगों तक पैसा पहुंचाया है।
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चेक के जरिये लेनदेन में आई सर्वाधिक गिरावट
अप्रैल में सर्वाधिक गिरावट चेक के जरिये होने वाले लेनदेन में हुई। मार्च में 5.65 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन चेक के माध्यम से हुआ था, जो अप्रैल में 71 प्रतिशत कम होकर 1.63 लाख करोड़ रह गया।
इसके बाद RBI द्वारा बड़ी रकम के ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए संचालित रियल टाइम ग्रोस सैटलमेंट (RTGS) में 46.5 प्रतिशत की कमी आई।
मार्च में इसके जरिये 120.47 लाख करोड़ का लेनदेन हुआ, जो अप्रैल में कम होकर 64.43 प्रतिशत हो गया।
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NEFT में आई लगभग 43 प्रतिशत गिरावट
वहीं नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रासंफर (NEFT) के जरिये हुए लेनदेन में 42.7 प्रतिशत की गिरावट आई है।
मार्च में इसके जरिये 22.83 लाख करोड़ का लेनदेन हुआ जो अप्रैल में घटकर 13.06 लाख करोड़ रुपये रह गया।
जानकारी के लिए बता दें कि देश में होने वाले कुल लेनदेन और भुगतान का 90 प्रतिशत हिस्सा RTGS और NEFT के माध्यम से होता है। RTGS रियल टाइम में जबकि NEFT हर आधे घंटें में प्रोसेस होता है।
जानकारी
ATM से निकासी में आई इतनी गिरावट
मार्च में डेबिट कार्ड के माध्यम से देशभर में ATM से 2.49 लाख करोड़ रुपये की निकासी की गई। अप्रैल में लॉकडाउन के कारण यह 49 प्रतिशत घटकर 1.27 लाख करोड़ रुपये रह गई।
ट्रांजेक्शन
IMPS, UPI और POS में आई इतनी कमी
इसके अलावा इमिडिएट पेमेंट सर्विस (IMPS) के जरिये होने वाले लेनदेन में अप्रैल में लगभग 40 प्रतिशत की गिरावट आई।
मार्च में IMPS के माध्यम से 2.01 लाख करोड़ रुपये इधर से ऊधर किए गए। वहीं अप्रैल में यह रकम घटकर 1.21 लाख करोड़ रुपये हो गई।
इस दौरान यूनिक पेमेंट इंटरफेस (UPI) से होने वाले लेनदेन में 26.8 प्रतिशत और पॉइंट ऑफ सेल (POS) मशीन के माध्य से होने वाले लेनदेन में 69.7 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली।
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ABPS में हुई 138 प्रतिशत की वृद्धि
इन सबके विपरित आधार पेमेंट ब्रिज सिस्टम (APBS) के माध्यम से होने वाले लेनदेन में 138 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
इसके जरिये सरकार सब्सि़डी या आर्थिक मदद का पैसा सीधे आधार से जड़े लोगों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करती है।
अप्रैल में इसके जरिये सरकार ने 18,996 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए, जो मार्च में हुए 7,951 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
RBI पिछले साल नवंबर से APBS के जरिये होने वाले ट्रांसफर का अलग हिसाब रख रहा है।