कोरोना वैक्सीनेशन: राज्यों और निजी अस्पतालों के पास बची हैं 3.14 करोड़ खुराकें- स्वास्थ्य मंत्रालय
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने शनिवार को बताया कि अलग-अलग राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और निजी अस्पतालों के पास कोरोना वायरस वैक्सीन की तीन करोड़ से अधिक खुराकें बची हुई हैं और इनका इस्तेमाल होना बाकी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और निजी अस्पतालों के पास 3,14,57,081 खुराकें बची हुई हैं।
केंद्र ने राज्यों को 48.78 करोड़ खुराकें उपलब्ध करवाई हैं और 68 लाख से अधिक पाइपलाइन में हैं।
कोरोना वैक्सीनेशन
देश में क्या है वैक्सीनेशन अभियान की स्थिति?
देश में जनवरी से चल रहे वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 47,02,98,596 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 60,15,842 खुराकें लगाई गईं।
सरकार ने जुलाई मध्य से रोजाना एक करोड़ खुराकें लगाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन यह लक्ष्य हासिल नहीं हो सका।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 1 अगस्त की सुबह तक देश में 36,68,06,160 लोगों को वैक्सीन की एक और 10,34,92,436 लोगों को दोनों खुराकें लगाई जा चुकी हैं।
कोरोना वैक्सीनेशन
वैक्सीनेशन में पीछे हैं निजी अस्पताल
नई वैक्सीन नीति के तहत केंद्र सरकार कुल उत्पादन से 75 फीसदी खुराकें खरीदकर राज्यों को वितरित कर रही है। बाकी बची 25 प्रतिशत खुराकें निजी अस्पताल सीधे कंपनियों से खरीद रहे हैं।
हालांकि, वैक्सीनेशन के मामले में निजी अस्पताल पिछड़ रहे हैं।
20 जुलाई को सरकार ने राज्यसभा में बताया था कि 1 मई से 15 जून तक देश में हुए कुल वैक्सीनेशन का केवल 7 प्रतिशत ही निजी अस्पतालों में हुआ था।
वैक्सीनेशन
निजी अस्पताल इसकी क्या वजह बताते हैं?
इसकी वजह बताते हुए एसोसिएशन ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स इंडिया (AHPI) के महानिदेशक डॉ गिरिधर ज्ञानी ने कहा कि नई वैक्सीन नीति के बाद से छोटे निजी अस्पतालों के लिए वैक्सीन लेना बहुत मुश्किल हो गया है। अब अस्पतालों को कम से कम 3,000 खुराकों का ऑर्डर करना होता है, जो छोटे शहरों के अस्पतालों के लिए चुनौतीभरा काम है।
AHPI के सर्वे में कई अस्पतालों ने इस दिशा में सरकार की तरफ से और काम करने की जरूरत बताई है।
वैक्सीनेशन
बच्चों के लिए इसी महीने आ सकती है वैक्सीन
देश में इसी महीने बच्चों के लिए कोरोना वायरस वैक्सीन आ सकती है।
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बीते महीने भाजपा संसदीय दल की बैठक में ये जानकरी देते हुए कहा कि बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन आने में कुछ ही दिन बाकी हैं और सरकार अगस्त से बच्चों को वैक्सीन लगाना शुरू करने की योजना बना रही हैै।
इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम शीर्ष मंत्री शामिल हुए थे।
वैक्सीन
सबसे पहले आ सकती है जायडस कैडिला की वैक्सीन
बच्चों के लिए वैक्सीन की रेस में जायडस कैडिला की वैक्सीन सबसे आगे हैं। इसका तीसरे चरण का ट्रायल पूरा हो चुका है जिसमें 12-18 साल के बच्चे भी शामिल थे।
कंपनी के अनुसार, इस ट्रायल में इसे बच्चों पर इस्तेमाल के लिए पूरी तरह सुरक्षित पाया गया और यह लैक्षणिक कोरोना संक्रमण के खिलाफ 66.6 प्रतिशत प्रभावी है।
कंपनी ने वैक्सीन की आपातकालीन मंजूरी के लिए आवेदन कर दिया है और इसे जल्द मंजूरी मिल सकती है।