भारत-चीन सीमा तनाव के बीच जयशंकर ने मास्को में चीनी विदेश मंत्री के साथ की बैठक
भारत-चीन सीमा पर जारी तनाव के बीच गुरुवार को मॉस्को के कांग्रेस पार्क वोलकोंस्की होटल में विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच अहम बैठक हुई। लगभग दो घंटे की इस बैठक में दोनों नेताओं ने लद्दाख में बिगड़े हालातों को ठीक करने पर चर्चा की। जयशंकर मास्को में आठ सदस्यीय शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने गए हैं। इसी दौरान दोनों नेताओं ने अलग से बैठक की।
क्या है SCO?
SCO की स्थापना 2001 में शंघाई में एक शिखर सम्मेलन में रूस, चीन, किर्गिज गणराज्य, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान द्वारा की गई थी। भारत और पाकिस्तान को 2005 में पर्यवेक्षकों के रूप में शामिल किया था। 2017 में दोनों को पूर्ण सदस्य बना दिया था।
लद्दाख में सीमा पर जारी है उच्चतम स्तर का अलर्ट
इस समय लद्दाख सीमा पर उच्चतम स्तर का अलर्ट जारी है। पैंगोंग झील विवाद का केंद्र है। भारत ने विवाद वाले क्षेत्रों में पहाड़ों पर होने वाली लड़ाई में निपुण जवानों को तैनात किया है। एक छोटी सी उकसावे वाली कार्रवाई से स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है। कई स्थानों पर हथियारों से लैस जवान आमने-सामने है। चीन ने भी सीमा पर 50,000 जवानों को तैनात कर रखा है। वहीं भारत ने महत्वपूर्ण उंचाइयों पर कब्जा कर रखा है।
भारत और चीन ने एक दूसरे पर लगाए थे आरोप
बता दें कि गत मंगलवार को भारतीय सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि चीनी सैनिकों ने सोमवार शाम पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के दक्षिणी तट के पास भारतीय सीमा में घुसपैठ का प्रयास किया और हवा में गोलियां चलाई थी। इसके पहले चीन ने आरोप लगाया था कि भारतीय सैनिकों ने जानबूझकर सीमा को पार किया और आक्रोशपूर्वक चेतावनी दी थी। इस दौरान सैनिकों ने चेतावनी के रूप में हवाई फायर भी किया था।
चीन के रक्षा मंत्री से मिले थे राजनाथ सिंह
पिछले हफ्ते रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने चीनी समकक्ष वेई फेंघे से मुलाकात की थी। उसमें चीनी रक्षा मंत्री ने कहा था कि चीनी सेना किसी भी स्थिति के लिए तैयार है। वहीं, राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि चीन एक जिम्मेदार राष्ट्र जैसा रवैया दिखाएगा और लद्दाख में LAC पर तैनात अपनी सेना को पीछे हटाएगा। उन्होंने कहा था चीन को ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए, जिससे दोनों देश के रिश्तों में कड़वाहट बढ़े।
विदेश मंत्री जयशंकर ने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ भी की बैठक
चीनी विदेश मंत्री के साथ बैठक से पहले विदेश मंत्री जयशंकर ने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ भी बैठक की। इसमें दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय मामलों, क्षेत्रीय घटनाक्रमों समेत अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सार्थक चर्चा की। बैठक को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि यह महत्वपूर्ण बैठक रही। इसमें दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का सहयोग करने तथा द्विपक्षीय मामलों मिलजुल कर हल करने का निर्णय किया।
विदेश मंत्री ने ट्वीट कर जताई खुशी
विदेश मंत्री जयशंकर ने भी बैठक को लेकर ट्वीट किया, 'इस बाद सर्गेई लावरोव से व्यक्तिगत रूप से मिलकर खुशी हुई। हमारे बीच हुई यह वार्ता हमारे विशेषाधिकार प्राप्त सामरिक भागीदारी को दर्शाती है। उन्होंने अंतराष्ट्रीय मुद्दों को मिलकर हल करने पर महत्व दिया।'