'मन की बात' का 100वां एपिसोड, प्रधानमंत्री मोदी बोले- जो मुद्दा जुड़ा, वो जनआंदोलन बन गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 100वें एपिसोड का आज प्रसारण हुआ। इस क्षण को यादगार बनाने के लिए सरकार ने खास तैयारी की। एपिसोड में प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम से जो मुद्दा जुड़ा, वो जनआंदोलन बन गया। उन्होंने कहा कि ये ऐसा पर्व है, जो हर महीने आता है। प्रधानमंत्री ने इस दौरान 'सेल्फी विद डॉटर' अभियान को शुरू करने वाले सुनील जागलान से भी बात की।
कार्यक्रम ने मुझे आपसे दूर नहीं होने दिया- प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा, "हर महीने मैं देशवासियों के त्याग की पराकाष्ठा देखता हूं। मुझे लगता ही नहीं है कि आपसे थोड़ा भी दूर हूं। यह कार्यक्रम नहीं, मेरे लिए आस्था,पूजा और व्रत है। जैसे लोग ईश्वर की पूजा करने जाते हैं तो प्रसाद की थाल लाते हैं। मन की बात ईश्वर रूपी जनता जनार्दन के चरणों में प्रसाद की थाल जैसा है। यह मेरे लिए अध्यात्मिक यात्रा बन गया है।"
कार्यक्रम में शामिल हुईं UNESCO चीफ
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) की डायरेक्टर जनरलऑड्रे औले ने भी 'मन की बात' कार्यक्रम की तारीफ की और अपने विचार रखे। उन्होंने कहा, "नमस्ते प्रधानमंत्री! UNESCO की ओर से मैं कार्यक्रम में बोलने का अवसर देने के लिए धन्यवाद देती हूं। UNESCO और भारत एक लंबा इतिहास साझा करते हैं और हमारे शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में संबंध बेहद मजबूत हैं।" इस दौरान उन्होंने गुवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर प्रधानमंत्री से सवाल भी पूछा।
100वें एपिसोड के लिए हुई है खास तैयारी
भाजपा ने इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए खास तैयारी की है। देशभर के 4 लाख से ज्यादा जगहों पर इसका सीधा प्रसारण किया गया। हर विधानसभा क्षेत्र में 100 जगहों पर इस खास एपिसोड को सुनने की व्यवस्था की गई है। केवल राजधानी दिल्ली में ही यह 6,530 स्थानों पर कार्यक्रम को सुना गया। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए पूरी व्यवस्था संभाली।
आकाशवाणी ने 100वें एपिसोड की रिकॉर्डिंग के फुटेज भी शेयर किए हैं
न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतीय समुदाय ने भी सुना कार्यक्रम
न्यूयॉर्क में भारतीय महावाणिज्य दूतावास सामुदायिक संगठनों और प्रवासी समुदाय के साथ मिलकर 'मन की बात' के 100वें एपिसोड के लिए खास तैयारी की। जिस वक्त भारत में कार्यक्रम के प्रसारण हुआ, उस वक्त न्यूयॉर्क में रात की 1.30 बज रहे थे। वहीं, लंदन में स्थित भारतीय उच्चायोग ने भी सुबह 6:30 बजे प्रधानमंत्री के 'मन की बात' के 100वें एपिसोड की विशेष स्क्रीनिंग आयोजित की। लंदन में भारतीय उच्चायोग ने शनिवार को ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी।
'मन की बात' से जुड़े आंकड़े
IIM रोहतक और प्रसार भारती द्वारा किए गए एक सर्वे के मुताबिक, 23 करोड़ लोग इस कार्यक्रम को नियमित सुनते हैं। वहीं, 100 करोड़ लोग कम से कम एक बार कार्यक्रम को सुन चुके हैं। 17.6 प्रतिशत लोग रेडियो, 37.6 प्रतिशत लोग मोबाइल और 44.7 प्रतिशत लोग टीवी पर इसे सुनते हैं। देश के कुल 96 प्रतिशत लोग इस कार्यक्रम के बारे में किसी न किसी तरह से जानते हैं।
22 भारतीय भाषाओं में होता है प्रसारण
'मन की बात' कार्यक्रम का 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों में प्रसारण होता है। इसके अलावा फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, पश्तो, फारसी सहित 11 विदेशी भाषाओं में भी इसे प्रसारित किया जाता है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री पर्यावण, स्वच्छता, सामाजिक मुद्दों से लेकर शिक्षा तक पर बात कर चुके हैं। कार्यक्रम के जरिए 500 से ज्यादा भारतीयों से प्रधानमंत्री ने सीधा संवाद किया है। हर महीने के आखिरी रविवार को सुबह 11 बजे कार्यक्रम का प्रसारण होता है।