प्रधानमंत्री मोदी के भाषण का लाइव प्रसारण नहीं करने के लिए दूरदर्शन की महिला अधिकारी निलंबित
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण का लाइव प्रसारण न करने के लिए चेन्नई दूरदर्शन की एक अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है।
सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी चेन्नई के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने 'भारत-सिंगापुर हैकेथॉन- 2019' कार्यक्रम को संबोधित किया, लेकिन तमिल भाषा में दूरदर्शन के चैनल 'दूरदर्शन पोडिगई' पर इसका लाइव प्रसारण नहीं किया गया।
इसके बाद चैनल की सहायक निर्देशक (कार्यक्रम) आर वसुमती को निलंबित कर दिया गया।
आदेश
प्रसार भारती ने नहीं बताया निलंबन का कारण
एक अक्टूबर के अपने आदेश में प्रसार भारती ने वसुमती को सिविल सर्विस नियम, 1965 के नियम 10 के उप-नियम (1) के तहत निलंबित करने की बात कही है।
प्रसार भारती के CEO शशि शेखर वेम्पति ने इस पर हस्ताक्षर किए हैं।
हालांकि, इसमें उनके निलंबन का कारण नहीं बताया गया है और केवल इतना कहा गया है कि ये एक अनुशासनात्मक कार्रवाई है।
बता दें कि दूरदर्शन प्रसार भारती के अंतर्गत काम करता है।
कारण
वसुमती को दिया गया था लाइव प्रसारण करने का आदेश
खबरों के अनुसार, वसुमती पर ये गाज प्रधानमंत्री मोदी के भाषण का लाइव प्रसारण नहीं करने के लिए गिरी है।
दूरदर्शन के राष्ट्रीय न्यूज चैनल और दिल्ली चैनल समेत तमाम अन्य चैनलों पर उनके भाषण का लाइव प्रसारण किया गया, लेकिन वसुमती के अंतर्गत आने वाले दूरदर्शन पोडिगई चैनल पर इसका प्रसारण नहीं किया गया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें भाषण का लाइव प्रसारण करने का आदेश पहले से दिया गया था।
बयान
चैनल ने किया था दो भाषणों का लाइव प्रसारण, एक में हुई चूक
'इंडियन एक्सप्रेस' को दूरदर्शन के एक अधिकारी ने बताया, "हमने चेन्नई में उनके आगमन पर एयरपोर्ट पर दिए गए उनके भाषण और IIT-मद्रास के दीक्षांत समारोह में उनके भाषण का लाइव प्रसारण किया, लेकिन भारत-सिंगापुर हैकेथॉन- 2019 में भाषण का लाइव प्रसारण नहीं कर पाए।"
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने चेन्नई दौरे में IIT-मद्रास के दीक्षांत समारोह और भारत-सिंगापुर हैकेथॉन- 2019 के अलावा भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया था।
निलंबन
प्रसार भारत के पास सीधे ऊपर से आया निलंबन का आदेश
एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "वसुमती को दोनों भाषणों का लाइव प्रसारण करने का आदेश दिया गया था, लेकिन उनके एक भाषण का प्रसारण नहीं किया। प्रसार भारती के पास उनके निलंबन का आदेश सीधे ऊपर से आया है।"
वहीं एक अधिकारी ने कहा कि वसुमती से ये गलती इसलिए हुई क्योंकि उन्हें लगा कि राज्य की कुछ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के कारण आदर्श आचार संहिता लगी हुई है।
जानकारी
प्रसार भारत के CEO ने किया टिप्पणी करने से इनकार
प्रसार भारत के CEO शशि शेखर ने यह कहते हुए मामले पर कोई टिप्पणी करने से इनकार किया है कि ये एक आंतरिक प्रशासनिक मामला है। वहीं वसुमती की तरफ से भी अभी तक मामले पर कोई बयान नहीं आया है।