बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के कारण महाराष्ट्र में कैसे हैं हालात?
क्या है खबर?
भारत में पिछले कई दिनों से कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। सबसे बुरी हालत महाराष्ट्र की है और यहां प्रतिदिन 8,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं।
इसने केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकार और चिकित्सा विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है।
सरकार ने स्थिति पर नियंत्रण के लिए सख्ती बरतना शुरू कर दिया है और कई शहरों में लॉकडाउन तक लागू कर दिया।
आइए जानें महाराष्ट्र के वर्तमान हालत कैसे हैं।
हालात
महाराष्ट्र में सात दिन में सामने आए 50,500 से अधिक मामले
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार महाराष्ट्र में पिछले सात दिन में 50,522 नए मामले सामने आए हैं। पिछले तीन दिनों से रोजाना 8,000 से अधिक नए मामले आ रहे हैं।
इसी तरह सात दिनों में 328 लोगों की मौत हुई है। राज्य में 20 फरवरी को 6,281 मामले, 21 फरवरी को 6,971 मामले, 22 फरवरी को 5,210 मामले, 23 को फरवरी 6,218 मामले, 24 को फरवरी 8,807 मामले, 25 फरवरी को 8,702 और 26 फरवरी को 8,333 मामले सामने आए हैं।
जानकारी
राज्य में दो दिन में दोगुनी सक्रिय मामलों की संख्या
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार महाराष्ट में गत 15 दिनों में सक्रिय मामलों की संख्या दोगुनी हो गई है। राज्य में 11 फरवरी को 30,265 सक्रिय मामले थे, जो 27 फरवरी को 67,608 हो गए। यह पूरे देश के सक्रिय मामलों का 45 प्रतिशत हिस्सा है।
कोरोना वायरस
अमरावती और यवतमाल बने हॉटस्पॉट
राज्य के 36 में 28 जिलों में संक्रमण की गति में तेजी आई है। विदर्भ, अमरावती, अकोला और यवतमाल कोरोना संक्रमण के नए हॉटस्पॉट बनकर उभरे हैं।
17 फरवरी को राज्य में मामलों में दैनिक वृद्धि की दर 0.17 प्रतिशत थी, जो अब 0.27 प्रतिशत हो गई है।
राज्य में बीते दिन 8,333 लोगों को संक्रमित पाया गया, वहीं 48 मरीजों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी।
प्रयास
अमारावती में 8 मार्च तक बढ़ाया लॉकडाउन
बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अमरावती में 1 मार्च तक लॉकडाउन को 8 मार्च तक के लिए बढ़ा दिया है। अमरावती डिवीजनल कलेक्टर ने कहा कि बढ़ते संक्रमण के चलते लॉकडाउन को आगे बढ़ाया गया है। यहां पूर्व की तरह पाबंदियां लागू रहेगी।
इसके अलावा अकोला, अकोट और मुरजितापुर में भी लॉकडाउन बढ़ाया गया है।
इसी तरह वाशिम, बुलढाणा और यवतमाल में भी प्रतिबंध लगाए गए थे। यहां सरकारी कार्यालयों के कार्यों को पांच घंटे लिए निर्धारित किया गया है।
जानकारी
लातूर जिले में हुई जनता कर्फ्यू की घोषणा
महाराष्ट्र में लातूर जिले में भी कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जनता कर्फ्यू की घोषणा की गयी है। फिलहाल महाराष्ट्र के 32 जिलों में से ज्यादातर जिलों में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते नजर आ रहे हैं। इसको रोकने के प्रयास जारी है।
कोरोना वायरस
बेंगलुरू को पछाड़कर दूसरा सर्वाधिक प्रभावित शहर बना पुणे
महाराष्ट्र का पुणे लगभग चार महीने बाद बेंगलुरू को पछाड़कर दोबारा कोरोना से दिल्ली के बाद दूसरा सर्वाधिक प्रभावित शहर बन गया है।
हालिया इजाफे के बाद पुणे में संक्रमितों की संख्या 4.06 लाख हो गई है। वहीं बेंगलुरू में यह 4.04 लाख और सर्वाधिक प्रभावित दिल्ली में 6.38 लाख बनी हुई है।
पिछले चार दिनों से पुणे में रोजाना 1,000 से अधिक नए लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो रही है, जो अन्य शहरों की तुलना में अधिक है।
मुंबई
मुंबई में भी बिगड़े हालात, सख्त हुआ प्रशासन
मायानगरी मुंबई में भी हालात बिगड़ते जा रहे हैं। यह पिछले कई दिनों से 1,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं। शुक्रवार को यहां 1,034 नए मामले आए हैं।यहां अब तक 11,461 होगों की मौत हो चुकी है।
एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती में भी शुक्रवार को 16 नए मामले सामने आए हैं। हालांकि, यहां की रिकवरी रेट 93 प्रतिशत से ऊपर है।
इसके बाद भी बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने सख्ती बरतना शुरू कर दिया है।
कार्रवाई
BMC ने 120 इमारतों को किया सील
BMC ने पांच से अधिक संक्रमण के मामलों वाली इमारतों को सील करना शुरू कर दिया है। पिछले दो सप्ताह में शहर की 120 इमारतों को सील किया गया है और वहां पर आम लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी है।
इसी तरह महामारी के नियमों का उल्लंघन करने को लेकर तीन मैरिज होम संचालकों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। गत दिनों ने इन हॉल में 300 से अधिक लोगों के एकत्र होने की अनुमति दी गई थी।
चेतावनी
अधिकारियों ने मुंबई में लॉकडाउन लागू करने की चेतावनी
बढ़ते मामलों के बीच BMC अधिकारियों ने कहा कि शहर में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में हैं। हालांकि, मामलों में इजाफा हो रहा है, लेकिन रिकवरी रेट भी 90 प्रतिशत से ऊपर है।
लोगों से महामारी से बचाव के नियमों की पालना करने की अपील की गई है। यदि वह नियमों का उल्लंघन करेंगे तो लॉकडाउन लागू किया जा सकता है। अधिकारियों ने स्थिति में सुधार नहीं होने पर लोकट ट्रेनों में समय पाबंदी लगाई जा सकती है।
कारण
क्या है मामलों में तेजी की वजह?
हालिया कुछ दिनों में महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में कोरोना महामारी फैलाने वाले SAR-CoV-2 वायरस के दो नए वेरिएंट मिले थे। हालांकि, सरकार का कहना था कि महाराष्ट्र में संक्रमण की गति बढ़ने के पीछे इनका हाथ नहीं है।
कई जानकारों का कहना है कि सुपर स्प्रेडर इवेंट के कारण मामले बढ़ रहे हैं। लोगों ने अब ऐहतियात बरतना छोड़ दिया है। साथ ही प्रशासन भी अब टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रेकिंग को लेकर पहले की तरह चौकस नहीं है।
जानकारी
महाराष्ट्र में कुल कितने मामले?
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, महाराष्ट्र में अब तक 21,38,154 लोग महामारी से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 67,608 सक्रिय मामले हैं और 52,041 लोगों की मौत हो चुकी है। बता दें कि महाराष्ट्र देश का सर्वाधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है।