दिशा सहित अन्य के बीच ट्रैक्टर रैली हिंसा से पहले हुई थी जूम कॉल- दिल्ली पुलिस
किसान आंदोलन की रणनीति को लेकर बनाई गई 'टूलकिट' का मामला गहराता जा रहा है। मामले में दिल्ली पुलिस ने पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि को गिरफ्तार कर लिया है और दो अन्य कार्यकर्ताओं निकिता जैकब और शांतनु के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया हैं। इसी बीच सोमवार शाम को दिल्ली पुलिस ने प्रसे कॉन्फ्रेंस कर मामले में अब तक हुई जांच और दिशा की गिरफ्तारी के संबंध में जानकारी दी। आगे पढ़ें पूरी खबर।
क्या है मामला?
पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने 3 फरवरी को किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट किया था। इसके बाद उन्होंने एक 'टूलकिट' शेयर की थी, जिसमें आंदोलन की जमीनी और सोशल मीडिया की आगामी रणनीति बताई गई थी। थोड़ी ही देर बाद उन्होंने इसे डिलीट कर दिया। पुलिस का कहना है कि इस 'टूलकिट' को बनाने वाले लोग भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। इस संबंध में बेंगलुरू की पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि को गिरफ्तार किया है।
दिशा, निकिता, शांतनू सहित अन्य के बीच हुई थी जूम कॉल- प्रेमनाथ
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल के संयुक्त आयुक्त प्रेमनाथ ने बताया कि 4 फरवरी को उन्हें टूलकिट की जानकारी मिली थी। इसे खलिस्तानी सगठनों की मदद से बनाया था। दिशा ने इसे ग्रेटा थनबर्ग के साथ शेयर किया था। उन्होंने बताया 11 जनवरी को दिशा, निकिता और शांतनु की खालिस्तानी ग्रुप की कनाडियन महिला पुनीत और काव्य न्याय फाउंडेशन के संस्थापक एमओ धालीवाल के साथ जूम कॉल हुई थी। इसमें टूलकिट के एक्शन प्लान के अनुसार योजना बनाई गई थी।
निकिता के यहां से मिले कई संवदेनशील सुबूत
प्रेमनाथ ने बताया कि 9 फरवरी को निकिता के खिलाफ सर्च वारंट जारी हुआ था और पुलिस ने 11 फरवरी को मुंबई स्थित उसके घर की तलाशी ली थी। वहां उसके दो लैपटॉप और एक आईफोन में संवेदनशील सबूत मिले। उन्होंने बताया कि ये सभी लोग 6 दिसंबर को बनाए गए व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़े थे। दिशा ने टूलकिट को ग्रेटा को टेलीग्राम से भेजा था। गूगल से भी टूलकिट के संबंध में कई अहम जानकारी जुटाई गई है।
किसानों के बीच असंतोष फैलाना था धालीवाल का उद्देश्य
प्रेमनाथ ने बताया कि धालीवाल का मकसद किसानों के बीच असंतोष और गलत जानकारी फैलाना था। बेंगलुरु टीम ने दिशा से पूछताछ की और उसके फोन से महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की थी। उन्होंने बताया कि दिशा ने उस व्हाट्सऐप ग्रुप को डिलीट कर दिया जिसे उसने टूलकिट साझा करने के लिए तैयार किया था। इसके बाद दिशा को उसकी मां और एक महिला पुलिस अधिकारी की मौजूदगी में गिरफ्तार कर दिल्ली लाया गया था।
निकिता और शांतनु को भी जल्द किया जाएगा गिरफ्तार
प्रेमनाथ ने बताया कि दिशा को न्यायालय से पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। इसके अलावा निकिता और शांतनु के खिलाफ भी गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि दिशा से पूछताछ कर मामले जुड़ी और जानकारी जुटाई जाएगी। इधर, निकिता ने चार सप्ताह के लिए गिरफ्तारी से सुरक्षा प्रदान करने के लिए बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर कर दी है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिशा की गिरफ्तारी को बताया लोकतंत्र पर हमला
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिशा रवि की गिरफ्तारी को लोकतंत्र पर अभूतपूर्व हमला बताया है। उन्होंने ट्वीट किया, '21 वर्षीय दिशा की गिरफ्तारी लोकतंत्र पर अभूतपूर्व हमला है। हमारे किसानों का समर्थन करना किसी भी प्रकार से अपराध नहीं है।'
पुलिस ने टूलकिट को बताया भारत को बदनाम करने की साजिश
दिल्ली पुलिस ने इस टूलकिट को "भारत को बदनाम" करने की साजिश बताते हुए 4 फरवरी को टूलकिट बनाने वाले लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। पुलिस ने इसे भारत के खिलाफ आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और क्षेत्रीय युद्ध छेड़ने की साजिश बताया था। पुलिस ने अपनी शुरूआत जांच के बाद टूलकिट बनाने के पीछे कनाडा के 'पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन' का हाथ होने की बात भी कही थी। पुलिस ने इस संगठन को खालिस्तान समर्थक बताया है।