अमेरिका: पांच लाख के करीब पहुंची कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने वालों की संख्या
कोरोना महामारी ने अमेरिका (US) को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। साल 2019 के अंत में महामारी की शुरुआत के बाद अमेरिका के नाम महामारी से सबंधित कई रिकॉर्ड दर्ज हुए हैं। यहां अब कोरोना से मरने वालों की संख्या भी 5,00,000 की करीब पहुंच गई है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 2019 में बुखार, दमा, स्ट्रोक, अल्जाइमर, फ्लू और निमोनिया से होने वाली मौतों के आंकड़े को भी पार कर गई है।
अमेरिका में हुई अटलांटा की आबादी के बराबर मौतें
अमेरिका में अब तक अटलांटा की आबादी के बराबर मौतें हो चुकी हैं। वहां कई बड़े कारणों से स्थिति खराब हुई है। इसमें सबसे बड़ा कारण यह रहा कि लोगों ने नियमानुसार मास्क पहनने से इंकार कर दिया गया था। वर्तमान में अमेरिका में संक्रमितों की संख्या 28,765,423 पर पहुंच गई है। इसी तरह अब तक 4.99 लाख की मौत हो चुकी है। इसी तरह भारत 1,10,05,850 संक्रमितों की संख्या के साथ दूसरा सबसे अधिक प्रभावित देश बना हुआ है।
यह वास्तव में एक भयानक स्थिति है- फौसी
अमेरिका में स्थिति पर चिंता जताते हुए देश के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ एंथोनी फौसी ने कहा, "यह कुछ ऐसा है जिसने नया इतिहास बना दिया है। हम पिछले 102 सालों में 1918 की इन्फ्लूएंजा महामारी के बाद से हुई विकट स्थिति से भी भयानक स्थिति है।" उन्होंने आगे कहा कोरोना वायरस के बचाव के नियमों की पालना करना बहुत अधिक आवश्यक है। यही एकमात्र तरीका है जिसके जरिए और भयानक स्थिति से बचा जा सकता है।
2022 तक भी मास्क पहल सकते हैं अमेरिका के लोग
डॉ फौसी ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि महामारी के प्रकोप को देखते हुए लगता है कि अमेरिका के लोग साल 2022 तक भी मास्क पहन सकते हैं। उन्होंने CNN को बताया, "जाहिर है, मुझे लगता है कि हम उस भयानक स्थिति से सामान्यता की ओर बढ़ रहे हैं, जिसे हम सभी पिछले एक साल में देखा है।" एक अन्य साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि यह कहना भी जल्दबाजी होगी कि अमेरिका जल्द ही हर्ड इम्यूनिटी तक पहुंच जाएगा।
मृतक के सम्मान के लिए कैंडल-लाइटिंग समारोह में हिस्सा लेंगे बाइडेन
अमेरिका कोरोना महामारी के खिलाफ जारी लड़ाई में एक और अंधेरे की ओर बढ़ रहा है। इसी बीच राष्ट्रपति जो बाइडेन सोमवार को कोरोना महामारी से जान गंवाने वालों के सम्मान में आयोजित एक कैंडल-लाइटिंग समारोह में हिस्सा लेंगे। इस आयोजन में प्रथम महिला जिल बाइडेन, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और व्हाइट हाउस की एक अन्य कम्युनिस्ट दूग एमाहॉफ भी शिरकत करेंगे। इस दौरान बाइडेन के संबोधन की भी उम्मीद की जा रही है।
इटली में बढ़ते मामलों के लिए ब्रिटेन में मिले नए स्ट्रेन को ठहराया जिम्मेदार
अमेरिका की तरह कोरोना महामारी की शुरुआत में सबसे ज्यादा प्रभावित रहे यूरोपीय देश इटली में स्थिति भी ज्यादा अच्छी नहीं है। एक शीर्ष वायरोलॉजिस्ट मास्सिमो गैली ने रविवार को वहां के बिगड़ते हालातों पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इटली के लोगों ने अब घरों में रहने की अपील को नजरअंदाज कर दिया है। सैल्को डे मिलान अस्पताल में तैनात गैली ने कहा कि इटली में दुबारा बढ़े संक्रमण के लिए बिट्रेन में मिला नए स्ट्रेन जिम्मेदार है।