ओडिशा में आकाशीय बिजली गिरने से 10 की मौत, 6 घायल; 4 दिन बारिश का अलर्ट
ओडिशा के कई जिलों में शनिवार को तेज बारिश हुई। इस दौरान अलग-अलग जगहों पर आकाशीय बिजली गिरने से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है और 6 लोग घायल हुए हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले 4 दिनों में राज्य के कई हिस्सों में बारिश की संभावना जताई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने लोगों को खराब मौसम में घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी है।
6 जिलों में बरपा आकाशीय बिजली का कहर
ओडिशा राज्य के विशेष राहत आयुक्त के मुताबिक, आकाशीय बिजली की वजह से खोरधा जिले में 4, बोलांगीर में 2 और ढेंकनाल, जगतसिंहपुर, बौध और अंगुल जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। खोरधा जिले में 3 लोग घायल भी हुए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, राजधानी भुवनेश्वर और कटक में कल डेढ़ घंटे के दौरान क्रमश: 12 मिलीमीटर और 95.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। कई तटीय शहरों में भी बिजली गिरने के साथ तेज बारिश हुई है।
राज्य में 4 दिन बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, एक चक्रवाती सर्कुलेशन बंगाल की पूर्वोत्तर खाड़ी पर अभी बना हुआ है और 3 सितंबर के आसपास एक और सर्कुलेशन खाड़ी के उत्तर में बनने की संभावना है। इसकी वजह से अगले 48 घंटों में कई जगहों पर तेज बारिश हो सकती है। अगले 4 दिन में चक्रवात और निम्न दबाव के क्षेत्र बनने के चलते दक्षिण-पश्चिम मानसून की वजह से कई हिस्सों में सामान्य से तेज बारिश देखने को मिल सकती है।
लोगों को घरों में रहने की सलाह
ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (OSDMA) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा, '2 सितंबर की शाम 5 बजे तक राज्य में बादल से बादल बिजली गिरने की 36,597 और बादल से जमीन पर बिजली गिरने की 25,753 घटनाएं दर्ज की गईं।' विशेष राहत आयुक्त ने 19 जिलों के लिए चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने लोगों को आंधी तूफान के दौरान सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी है।
न्यूजबाइट्स प्लस
IMD ने अनुमान लगाया था कि इस साल दक्षिणी-पश्चिमी मानसून के दौरान सामान्य बारिश की उम्मीद है। एजेंसी ने कहा था कि मानसून सीजन में 96 प्रतिशत बारिश हो सकती है। वहीं, निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट ने मानसून के दौरान सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान लगाया था। बारिश में कमी को अल नीनो प्रभाव से जोड़कर देखा जा रहा है। बता दें कि देश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश सामान्य ही हुई है।