चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' को लेकर मौसम विभाग की चेतावनी, अगले 36 घंटे पड़ सकते हैं भारी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शुक्रवार को चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' को लेकर चेतावनी जारी की है। विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि अगले 36 घंटों में बिपरजॉय एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है और 2 दिनों में चक्रवात उत्तर से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। पूर्व-मध्य अरब सागर से उठा यह चक्रवाती तूफान गुरुवार रात 11:30 बजे गोवा से लगभग 840 किलोमीटर पश्चिम में और मुंबई से 870 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित था।
एक महीने में दूसरा चक्रवाती तूफान
IMD के अनुसार, एक महीने के भीतर उत्तरी हिंद महासागर में बनने वाला यह दूसरा चक्रवाती तूफान है। बिपरजॉय के एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने का असर गोवा, कर्नाटक, उत्तरी केरल के तटीय इलाकों में देखने को मिल सकता है। इस दौरान इन तटीय इलाकों में तूफान व तेज बारिश होने की उम्मीद है। इससे पहले 'मोचा' नाम के चक्रवाती तूफान ने बांग्लादेश और म्यांमार में तबाही मचाते हुई अपनी दस्तक दी थी।
गुजरात के पोरंबदर तट से दूर नहीं है चक्रवात बिपरजॉय
समाचार एजेंसी PTI के अनुसार, चक्रवाती तूफान बिपरजॉय तेजी से उत्तर की ओर बढ़ रहा है। ये तूफान अभी गुजरात के पोरबंदर तट से 900 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है। इसकी रफ्तार को देखते गहरे समुद्र की ओर गए मछुआरों को पोरबंदर तट की ओर लौटाने के लिए चेतावनी जारी की गई है। IMD अहमदाबाद केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा, "चक्रवात दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र सहित अन्य तटीय क्षेत्रों में हल्की बारिश और आंधी लाएगा।"
केरल पहुंच गया है मानसून- IMD
IMD के अधिकारियों अनुसार, एक सप्ताह की देरी के बाद गुरुवार को दक्षिण-पश्चिम मानसून ने केरल में दस्तक दी है। इसके चलते बुधवार को यहां जमकर बारिश हुई। उन्होंने कहा कि इस सप्ताहांत में लक्षद्वीप, केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के तटीय इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, गरज से तेज हवाओं की भविष्यवाणी की गई थी। इसके अलावा उत्तरी आंतरिक तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में भी छिटपुट बारिश की संभावना है।
महाराष्ट्र में भी जल्द दस्तक दे सकता है मानसून
IMD केंद्र मुंबई के प्रमुख एसजी कांबले ने कहा कि अगले 2 से 3 दिनों में महाराष्ट्र में भी मानसून की दस्तक हो सकती है और इसके बारे में स्पष्ट में रूप में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा, "सामान्य तौर पर दक्षिणी कोंकण क्षेत्र में मानसून के प्रवेश के बाद मुंबई में 11 जून से इसकी शुरुआत होती है। इस बार मानसून के एक दिन पहले यानी 10 जून को पहुंचने की संभावना है।"