दिल्ली: जंतर-मंतर पर बेरोजगारी के खिलाफ किसानों की महापंचायत, पुलिस ने किए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
क्या है खबर?
कई किसान संगठनों के किसान आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन और महापंचायत करेंगे।
महापंचायत को देखते हुए शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है और दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर, टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी है।
इसके अलावा जंतर-मंतर के आसपास की कुछ सड़कों पर सफर करने से बचने की सलाह दी गई है और आम यात्रियों से दूसरे रास्ते इस्तेमाल करने को कहा गया है।
महापंचायत
महापंचायत में शामिल हो सकते हैं 4,000-5,000 किसान
जंतर-मंतर पर बेरोजगारी के खिलाफ ये महापंचायत संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने बुलाई है जो लगभग 40 किसान संगठनों का समूह है।
ये महापंचायत सुबह 10 बजे शुरू होगी और इसमें 4,000-5,000 किसानों के हिस्सा लेने की संभावना है।
दिल्ली पुलिस ने महापंचायत करने की इजाजत नहीं दी है, लेकिन इसके बावजूद किसान अपना कार्यक्रम जारी रखेंगे। डिप्टी पुलिस कमिश्नर अमृता गुगुलोथ ने कहा कि आयोजकों ने प्रदर्शन की मंजूरी मांगी थी, लेकिन भीड़ के कारण अनुमति नहीं दी गई।
सुरक्षा इंतजाम
गाजीपुर, सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर लगाए गए बैरिकेड्स, भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, महापंचायत को देखते हुए पुलिस ने गाजीपुर, सिंघु और बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी है, जो पिछले साल हुए किसान आंदोलन का केंद्र रहे थे।
यहां बैरिकेड्स लगाए गए हैं और भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किए गए हैं ताकि कानून-व्यवस्था को नियंत्रण में रखा जा सके। गाड़ियों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है।
इसके अलावा जंतर-मंतर पर भी दिल्ली पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय पुलिस बल भी तैनात किए गए हैं।
ट्रैफिक
आम लोगों को जंतर-मंतर के आसपास की इन सड़कों से बचने की सलाह
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने भी ट्वीट कर लोगों से जंतर-मंतर के आसपास के कुछ रास्तों से सफर करने से बचने की सलाह दी है।
इनमें टॉलस्टॉय मार्ग, संसद मार्ग, जनपथ, आउटर सर्कल कनॉट प्लेस, अशोका रोड, बाबा खड़क सिंह मार्ग और पंडित पंत मार्ग शामिल हैं।
ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि किसान महापंचायत के कारण इन सड़कों पर भीड़ रह सकती है और इसलिए यात्री अपनी सुविधा के लिए इन रास्तों से बचें।
हिरासत
कल जंतर-मंतर जाते वक्त हिरासत में लिए गए थे राकेश टिकैत
इससे पहले कल दिल्ली पुलिस ने किसान नेता राकेश टिकैत को गाजीपुर बॉर्डर पर हिरासत में ले लिया था।
टिकैत बेरोजगारी के खिलाफ जंतर-मंतर पर हो रहे धरने में हिस्सा लेने जा रहे थे, लेकिन मुध विहार पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही हिरासत में ले लिया।
टिकैत ने मामले पर ट्वीट करते हुए कहा कि सरकार के इशारे पर काम कर रही दिल्ली पुलिस किसानों की आवाज को नहीं दबा सकती।
कुछ घंटे बाद उन्हें रिहा कर दिया गया।
किसान आंदोलन
न्यूजबाइट्स प्लस
2020-21 में केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ बड़ा किसान आंदोलन हुआ था और लाखों किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर एक साल तक धरना दिया था।
इन कानूनों में प्राइवेट मंडिया बनाने और अनुबंध खेती को अनुमति देने समेत कई बड़े प्रावधान किए गए थे।
किसानों का तर्क था कि इनके जरिये सरकार मंडियों और MSP से छुटकारा पाना चाहती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने 19 नवंबर, 2021 को तीनों कृषि कानूनों की वापसी का ऐलान किया था।