दिल्ली: कल जंतर-मंतर पर किसानों की महापंचायत, पुलिस ने कड़ी की सुरक्षा
क्या है खबर?
कल सोमवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसानों की महापंचायत होगी और इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है।
कई किसान संगठनों के समूह संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने यह महापंचायत बुलाई है और इसके लिए आज से ही किसान राजधानी दिल्ली में आना शुरू हो गए।
इस महापंचायत के लिए बड़ी संख्या में किसानों के पहुंचने की उम्मीद है, इसलिए पुलिस ने शहर के कई इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है।
सुरक्षा व्यवस्था
टिकरी बॉर्डर पर लगाए गए सीमेंट के बैरिकेड्स
आउटर दिल्ली के पुलिस उपायुक्त समीर शर्मा ने बताया कि जंतर-मंतर पर किसान महापंचायत को देखते हुए पुलिस अलर्ट पर है।
दिल्ली-हरियाणा के टिकरी बॉर्डर पर पुलिस ने सीमेंट के बैरिकेड्स लगा दिए हैं ताकि किसान ट्रैक्टर आदि के साथ शहर में प्रवेश न कर सकें।
इसके अलावा प्रमुख चौराहों, रेलवे ट्रैकों और मेट्रो स्टेशनों पर भी सुरक्षा बढ़ाई गई है।
महापंचायत में राकेश टिकैत और योगेंद्र यादव समेत SKM के कई प्रमुख नेता शामिल हो सकते हैं।
मांगें
क्यों महापंचायत करने जा रहे किसान?
महापंचायत करने जा रहे किसान संगठनों की कई मांगें हैं। उनकी सबसे प्रमुख मांग पिछले साल 3 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में चार आंदोलनकारी किसानों को अपनी गाड़ी से कुचलने के आरोपी आशीष मिश्रा के पिता और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को उनके पद से बर्खास्त करने की है।
इसके अलावा उन्होंने घटना में घायल हुए किसानों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग भी की है।
अन्य मांग
किसानों की अन्य क्या-क्या मांगें?
किसान संगठन सरकार से सभी फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) देने की मांग भी कर रहे हैं। इसके अलावा 14 दिन में गन्ना किसानों का बकाया भुगतान करने और आंदोलन के दौरान गिरफ्तार किए गए बेगुनाह किसानों को रिहा करने की मांग भी है।
किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली देने, जंगलात विभाग की ओर से दिए गए नोटिसों को वापस लेने और किसानों को उनकी जमीनों का मालिकाना हक देने की मांग भी की जा रही है।
हिरासत
हिरासत में लिए गए जंतर-मंतर जा रहे राकेश टिकैत
किसान महापंचायत की इस तैयारी के बीच दिल्ली पुलिस ने आज किसान नेता राकेश टिकैत को गाजीपुर बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया।
टिकैत बेरोजगारी के खिलाफ जंतर-मंतर पर हो रहे धरने में हिस्सा लेने जा रहे थे, लेकिन मुध विहार पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही हिरासत में ले लिया।
टिकैत ने मामले पर ट्वीट करते हुए कहा कि सरकार के इशारे पर काम कर रही दिल्ली पुलिस किसानों की आवाज को नहीं दबा सकती है।
किसान आंदोलन
न्यूजबाइट्स प्लस
2020-21 में केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ बड़ा किसान आंदोलन हुआ था और लाखों किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर एक साल तक धरना दिया था।
इन कानूनों में प्राइवेट मंडिया बनाने और अनुबंध खेती को अनुमति देने समेत कई बड़े प्रावधान किए गए थे।
किसानों का तर्क था कि इनके जरिये सरकार मंडियों और MSP से छुटकारा पाना चाहती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने 19 नवंबर, 2021 को तीनों कृषि कानूनों की वापसी का ऐलान किया था।