GST के खिलाफ व्यापारियों और ट्रेड यूनियनों का भारत बंद आज, किसानों ने भी दिया समर्थन
क्या है खबर?
व्यापारियों के संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) की ओर से वस्तु एवं सेवा कर (GST), पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमत और मुद्दों को लेकर शुक्रवार को भारत बंद का आह्वान किया गया है।
ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन (AITWA) और कृषि कानूनों का विरोध कर रही संयुक्त किसान मार्चा ने भी इसका समर्थन किया है। ऐसे में ओडिशा सहित कई इलाकों में इसका व्यापक तौर पर असर देखने को मिल रहा है।
प्रकरण
इन मांगों को लेकर किया गया है भारत बंद का आह्वान
देश के खुदरा दुकानदार अमेजन जैसे रिटेल चेन के बढ़ते प्रभाव और कथित मनमानी से काफी नाराज हैं। इसके अलावा वो GST में बदलाव की भी मांग कर रहे हैं। ट्रांसपोर्टर्स पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और ई-वे बिल में आने वाली समस्या को लेकर नाराज हैं।
उनका कहना है कि यह ई-वे बिल 200 किलोमीटर तक एक दिन के लिए मान्य होता है। इसके बाद माल ढुलाई पर 200 प्रतिशत तक जुर्माना लगाया जाता है। इसे खत्म किया जाना चाहिए।
जानकारी
देश में पेट्रोल-डीजल की एकसमान कीमत चाहते हैं ट्रांसपोर्टर्स
ट्रांसपोर्टर्स ईंधन और खासकर डीजल के बढ़ते दामों से काफी परेशान हैं। उनका कहना है ईंधन के बढ़ते दामों से मालभाड़ा बढ़ता जा रहा है। सरकार को टैक्स घटाकर बढ़ते दामों पर अंकुश लगाया चाहितए और देशभर में इनकी एक समान कीमत निर्धारित करनी चाहिए।
आरोप
CAIT ने GST के कई प्रावधानों को मनमाना करार दिया
CAIT ने GST के कई प्रावधानों को 'मनमाना' और कठोर' बताते हुए उन्हें खत्म करने की मांग की है। इसके अलावा ई-कॉमर्स कंपनियों पर नियमों के उल्लंघन और मनमानी का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
CAIT के अनुसार GST नियमों में संशोधन के बाद कोई भी अधिकारी कोई भी कारण लेकर किसी भी व्यापारी का GST नंबर निलंबित या निरस्त कर सकता है। यह व्यापारियों के मौलिक अधिकारों का पूरी तरह से हनन है।
बयान
भारत बंद में सहयोग कर रहे हैं सभी राज्य स्तरीय ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन
AITWA के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र आर्य ने बताया कि सभी राज्य स्तरीय ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने बंद का समर्थन किया है। AITWA का प्रदर्शन ईंधन के दाम बढ़ने और ई-वे बिल के खिलाफ है।
उन्होंने बताया कि सभी ट्रांसपोर्ट कंपनियों से सुबह 6 से शाम 8 बजे तक अपने वाहनों की सेवा बंद रखने का निर्णय किया है।
देश के सभी राज्यों में व्यापारिक संगठनों ने भी दुकानें बंद रखने का निर्णय किया है। दिल्ली के संगठन भी शामिल होंगे।
धरना
देशभर में 1,500 जगहों पर दिया जाएगा धरना- भरतिया
CAIT के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि दिल्ली सहित देशभर में लगभग 1,500 स्थानों पर 'आग्रह धरना' आयोजित किया जाएगा। कोई भी व्यापारी GST पोर्टल पर लॉगइन नहीं करेगा।
उन्होंने बताया कि कई जिलों में संबंधित अधिकारियों को केंद्र और राज्य सरकार के लिए मांगों के ज्ञापन सौंपे जाएंगे। बता दें कि देशभर के 40,000 से ज्यादा व्यापारी संगठन CAIT से जुड़े हैं।
अपील
संयुक्त किसान मोर्चा ने की बंद को समर्थन देने की अपील
दिल्ली की सीमाओं पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने गुरुवार को किसानों से शुक्रवार को परिवहन एवं श्रमिक संघों द्वारा बुलाये गए भारत बंद में शांतिपूर्ण तरीके से भाग लेने की अपील की है।
मोर्चा ने एक बयान में कहा कि वह भारत बंद के आह्वान का समर्थन करते हैं। ऐसे में देशभर का किसान शांतिपूर्ण ढंग से इसका समर्थन करते हुए इसे सफल बनाने का प्रयास करेगा।
बहाल
बंद के दौरान बहाल हैं ये सेवाएं
देशव्यापी बंद से किसी आमजन की परेशानी को देखते हुए आवश्यक सेवाओं को बहाल रखने का निर्णय किया गया है। इसके तहत दवा, दूध, फल सब्जी रोजमर्रा के इस्तेमाल होने वाली चीजों की दुकानें खुली रहेंगी।
रिहायशी कॉलोनियों में लोगों की जरूरतों को पूरा करने वाली दुकानें भी खुली रहेंगी। ज्यादातर व्यापारियों का कहना है कि परिवहन व्यवस्था पर खास असर नहीं पड़ेगा। बंद के दौरान केवल व्यावसायिक गतिविधियां प्रभावित रहेगी।