कोरोना वायरस: तीसरा मामला सामने आने के बाद केरल ने घोषित की 'राजकीय आपदा'
कोरोना वायरस से संक्रमण का तीसरा मामला सामने आने के बाद केरल ने इसे 'राजकीय आपदा' घोषित कर दिया है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बताया कि मुख्यमंत्री पिनरई विजयन के निर्देश पर ये फैसला लिया गया है। उनके मुताबिक वायरस से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए ये इसे राजकीय आपदा घोषित किया गया है और राज्य में लगभग 2,239 लोगों को सावधानी के तौर पर निगरानी में रखा गया है।
स्वास्थ्य अधिकारी को चमका देंगे यात्री तो इसे अपराध मानेंगे- शैलजा
फैसले की जानकारी देते हुए शैलजा ने कहा कि इस घोषणा का मकसद लोगों को डराना नहीं बल्कि अधिक जागरूकता फैलाना है। उन्होंने बताया कि उनकी सतर्कता के बावजूद प्रभावित देशों से लौट रहे कुछ यात्री स्वास्थ्य अधिकारियों को चकमा दे रहे हैं और ऐसा करना बहुत खतरनाक है। उन्होंने कहा, "अगर यात्री ऐसा करना जारी रखते हैं तो प्रशासन इसे एक अपराध की तरह मानेगा। हमें संकट से निकलने के लिए सबकी मदद चाहिए।"
शैलजा ने कहा- तीसरे मरीज की हालत स्थिर
कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए तीसरे मरीज के स्वास्थ्य की जानकारी देते हुए शैलजा ने कहा कि उसका कांजनगाड जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है और उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। बाकी दो मरीजों की हालत भी स्थिर है और कोई भी गंभीर खतरा नहीं है। उन्होंने बताया कि चीन से लौटे लगभग 2,239 लोगों को निगरानी में रखा जा रहा है जबकि 84 को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
140 नमूनों की हुई जांच, 46 नेगेटिव
वहीं NDTV के अनुसार, केरल में 140 नमूनों को कोरोना वायरस से संक्रमण की जांच के लिए भेजा गया है। इनमें से 46 नेगेटिव आए हैं जबकि तीन पॉजिटिव आ चुके हैं। बाकी नमूनों की जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। जिन तीन लोगों में वायरस का संक्रमण पाया गया है, उन तीनों का चीन के वुहान शहर से यात्रा का रिकॉर्ड है। सोमवार को सामने आया तीसरा मरीज कासरगोड का एक छात्र है जो वुहान में पढ़ता है।
केरल के लगभग 3,000 छात्र कर रहे चीन में पढ़ाई
बता दें कि केरल के लगभग 3,000 छात्र चीन में पढ़ाई कर रहे हैं और कोरोना वायरस फैलने के बाद इनमें से अधिकांश देश वापस लौट आए हैं। यही कारण है कि केरल में वायरस से संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं।
मानेसर कैंप में पांच लोगों में दिखे वायरस के लक्षण
भारत शनिवार और रविवार को दो विशेष विमानों के जरिए वुहान में फंसे 647 भारतीय नागरिकों को वापस ला चुका है। इन सभी को हरियाणा के मानेसर और छावला में कैंप में रखा जा रहा है। मानेसर कैंप में रखे गए पांच लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण देखे गए हैं जिसके बाद उन्हें सैन्य अस्पताल भेज दिया गया है। उनके नमूनों को जांच के लिए AIIMS भेजा गया है जिनकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है।
चीन में अब तक 425 लोगों की मौत
खतरनाक कोरोना वायरस पिछले साल दिसंबर में चीन के वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ था। वायरस के कारण चीन में अब तक 425 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 20,438 लोगों में इसका संक्रमण पाया गया है। वायरस के इसी प्रकोप को देखते हुए चीन मंगलवार को अमेरिका की मदद लेने को तैयार हो गया। इससे एक दिन पहले ही चीन ने अमेरिका पर वायरस को लेकर डर फैलाने का आरोप लगाया था।
भारत सहित कई देश लगा चुके हैं चीन से यात्रा पर अस्थाई पाबंदी
गौरतलब है कि वायरस को फैलने से रोकने के लिए कई देश चीन से यात्रा पर कई तरह की पाबंदी लगी चुके हैं। इन देशों में भारत भी शामिल है। भारत ने रविवार को चीन से भारत आने के लिए ऑनलाइन वीजा की सुविधा अस्थाई तौर पर निलंबित कर दी। इससे पहले यूरोप के 26 देशों के 'शेंगेन समूह' में फ्रांस को छोड़ बाकी सभी ने चीन में अपने सभी वीजा केंद्रों को बंद कर दिया था।