सेना पर पाकिस्तान से 6 गुना ज्यादा खर्च करता है भारत, दुनिया में चौथे स्थान पर
पिछले साल 2018 में भारत सेना पर खर्च करने के मामले में पूरी दुनिया में चौथे नंबर पर रहा। इस सूची में केवल अमेरिका, चीन और सऊदी अरब ही भारत से आगे हैं। शीर्ष पांच देशों में एक अन्य नाम फ्रांस का है। यह बात स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टिट्यूट (SIPRI) की सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में सामने आई है। 2017 में भारत का इस सूची में पांचवां स्थान था। रिपोर्ट में क्या आंकड़े सामने आए, आइए जानते हैं।
अमेरिका और चीन मिलाकर करते है दुनिया का आधा सैन्य खर्च
SIPRI की सैन्य खर्च पर आई इस रिपोर्ट के अनुसार, 2018 में इन पांचों देशों की दुनिया के कुल सैन्य खर्चे में 60 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी। वहीं, अमेरिका और चीन मिलाकर पूरी दुनिया के सैन्य खर्चे में आधी हिस्सेदारी रखते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, पहले स्थान पर काबिज अमेरिका ने पिछले साल अपनी सेना पर कुल 649 अरब डॉलर खर्च किए, जोकि अगले आठ देशों के कुल सैन्य खर्चों के बराबर है।
चीन और भारत के खर्चे में बड़ा अंतर
दूसरे स्थान पर काबिज चीन के सैन्य खर्चे में 2017 के मुकाबले 5 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली। उसने कुल 250 अरब डॉलर अपनी सेना पर खर्च किए, जोकि विश्व सैन्य खर्चे का 14 प्रतिशत है। वहीं, 2018 में भारत का सैन्य खर्च 3.1 प्रतिशत बढ़कर 66.5 अरब डॉलर हो गया। विश्व सैन्य खर्चे में उसकी 3.7 प्रतिशत हिस्सेदारी रही। पाकिस्तान का सैन्य खर्च 11 प्रतिशत बढ़कर 11.4 अरब डॉलर हो गया और वह 20वें स्थान पर है।
रूस शीर्ष 5 से बाहर
दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में शामिल रूस 2006 के बाद पहली बार सैन्य खर्चे के मामले में शीर्ष पांच देशों से बाहर हो गया है। 61.4 अरब डॉलर खर्चे के साथ रूस सूची में फ्रांस के बाद छठवें स्थान पर है।
सैन्य क्षमता बढ़ाने के लिए निवेश कर रहा है भारत
SIPRI की रिपोर्ट ऐसे समय पर आई है जब भारत अपनी सैन्य क्षमता को बढ़ाने के लिए नए लड़ाकू विमानों, युद्धपोतों, हेलीकॉप्टर्स, तोपों और अन्य हथियारों पर जमकर निवेश कर रहा है। हालांकि ये रिपोर्ट यह दर्शाने के लिए भी काफी है कि सैन्य खर्चे के मामले में भारत शीर्ष देशों के मुकाबले बहुत नीचे है और चीन जैसे पड़ोसी देशों से प्रतिस्पर्धा बनाए रखने के लिए उसे अपना सैन्य खर्च बढ़ाने की जरूरत है।
हथियार आयात करने के मामले में दूसरे स्थान पर भारत
इससे पहले पिछले महीने मार्च में SIPRI की हथियार खरीद पर रिपोर्ट आई थी। पिछले 10 साल से दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक देश बना हुआ भारत इस सूची में दूसरे स्थान पर लुढ़क गया था। वैश्विक हथियार आयात में 12 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ सऊदी अरब ने पहले स्थान पर कब्जा जमा लिया था। जबकि 9.5 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ भारत दूसरे स्थान पर पहुंच गया था।