पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को भारत की कार्रवाई का डर, कहा- चुनाव से पहले कुछ हो सकता है
क्या है खबर?
भारत-पाकिस्तान रिश्तों में तनातनी के माहौल के बीच पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को भारत की कार्रवाई का डर सता रहा है।
इमरान ने एक इंटरव्यू में कहा कि भारत में लोकसभा चुनाव संपन्न होने तक भारत-पाकिस्तान संबंध तनावपूर्ण बने रहेंगे और उन्हें भारत से 'एक और दुस्साहस' की आशंका है।
बता दें, पुलवामा हमले के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तनाव चरम सीमा पर पहुंच गया था।
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में स्थित आतंकी कैंपों पर बम बरसाए थे।
आरोप
भारत सरकार पर लगाए कई आरोप
इमरान खान ने कहा मोदी सरकार ने युद्धोन्माद फैलाने के लिए पुलवामा हमले का सहारा लिया। उन्होंने कहा कि भारत के लोगों को यह समझना होगा और इसका उप-महाद्वीप की असल स्थिति से कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने पुलवामा हमले के पीछे प्रधानमंत्री मोदी की 'मुस्लिम-विरोधी' सरकार और कश्मीर में सरकार की नीतियों को वजह बताया।
जानकारी के लिए बता दें कि पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने CRPF काफिले पर हमला किया था, जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे।
दावा
आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई का दावा
इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान की धरती पर अब आतंक को सरंक्षण नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा, "हम किसी आतंकी घटना के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराये जा सकते, जैसे पुलवामा में जो हुआ।"
उन्होंने कहा कि नये पाकिस्तान में आंतकवाद के लिए कोई जगह नहीं है और पाकिस्तान के इतिहास में आतंकवाद के खिलाफ सबसे कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
इमरान के इन दावों के बावजूद आतंक के खिलाफ पाक की कार्रवाई महज दिखावा साबित हो रही है।
दिखावा
भारत के डोजियर का नहीं दिया जवाब
पाकिस्तान से संचालित होने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली थी।
भारत ने इस हमले में जैश की भूमिका को लेकर पाकिस्तान को एक डोजियर सौंपा था, जिसका पाक ने अभी तक जवाब नहीं दिया है।
भारत ने इस डोजियर को पाकिस्तान के अलावा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों के साथ भी साझा किया है।
अमेरिका और फ्रांस समेत कई देशों ने पाकिस्तान को आतंक के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।
कार्रवाई
दिखावा साबित हुई कार्रवाई
पाकिस्तान ने पुलवामा हमले के बाद आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।
खबरें आई थीं कि पाकिस्तान ने जैश के ठिकाने को अपने नियंत्रण में ले लिया है।
दूसरी तरफ भारत ने इसे महज दिखावा बताते हुए पाकिस्तान से आतंक के खिलाफ मजबूत और भरोसेमंद कदम उठाने को कहा है।
भारत ने पाकिस्तान से आंतकवाद के ढांचे, उसके मददगारों और संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।
तनाव
पुलवामा हमले के बाद बढ़ा तनाव
फरवरी में CRPF काफिले पर हुए हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। भारत ने हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ बताया, वहीं पाकिस्तान ने इससे इनकार किया था।
हमले के कुछ दिन बाद भारत ने बालाकोट में एयरस्ट्राइक कर आतंकी संगठनों को नष्ट किया था। इससे अगले दिन पाकिस्तानी एयरफोर्स ने भारतीय हवाई सीमा में घुसकर सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की।
अंतरराष्ट्रीय दखल के बाद दोनों देशों में तनाव कम हुआ था।