न्यूज चैनल ने चलाई सरकार द्वारा हेलीकॉप्टर से पैसे बरसाने की फेक न्यूज, मिला नोटिस
बीते बुधवार को एक कन्नड़ न्यूज चैनल पब्लिक टीवी ने खास कार्यक्रम प्रसारित कर दावा किया कि केंद्र सरकार 'हेलिकॉप्टर मनी' का एक अभियान शुरू करने जा रही है, जिसके तहत हर गांव में हेलीकॉप्टर के जरिये पैसे बरसाए जाएंगे। चैनल ने बताया कि महामारी के प्रकोप के बीच राहत के लिए सरकार ऐसा करने जा रही है। इस झूठे दावे को प्रसारित करने के बाद सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने चैनल को नोटिस भेजा है।
सरकार ने भी किया खबर का खंडन
पब्लिक टीवी ने बुधवार रात को यह कार्यक्रम प्रसारित किया था। इस दौरान टीवी स्क्रीन पर 'कोई लोन नहीं, कोई ब्याज नहीं, हर गांव में हेलीकॉप्टर से पैसे फेंके जाएंगे' लिखे टिकर चल रहे थे। प्रोग्राम शुरू होते ही सोशल मीडिया पर लोग गलत जानकारी प्रसारित करने की बात कहकर पब्लिक टीवी की आलोचना करने लगे। लोगों ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय से चैनल पर कार्रवाई करने की मांग की। बाद में सरकार ने भी इस दावे का खंडन किया।
PIB ने किया खबर का खंडन
सरकार ने चैनल को भेजा नोटिस
भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय और प्रेस सूचना कार्यालय (PIB) ने मामले में कार्रवाई करते हुए चैनल को यह प्रोग्राम ऑफ एयर करने का आदेश दिया और साथ ही पब्लिक टीवी को फेक न्यूज फैलाने के लिए नोटिस भेजा गया है। PIB के अतिरिक्त महानिदेशक नगेंद्र स्वामी ने मीडिया को बताया, "पब्लिक टीवी पर प्रसारित हुआ कार्यक्रम पूरी तरह गलत है। कई लोग गांवों में घरों से बाहर निकलकर पैसे का इंतजार कर रहे थे।"
चैनल से पूछा गया- क्यों नहीं प्रसारण रोका जाना चाहिए
पब्लिक टीवी को भेजे गए कारण बताओ नोटिस में चैनल पर जानबूझकर गलत खबर चलाने का आरोप है, जो प्रसारण नियमों का उल्लंघन है। नोटिस में कहा गया है कि क्यों नहीं पब्लिक टीवी का प्रसारण रोक दिया जाए।
कहां से आई हेलीकॉप्टर मनी की बात?
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण दुनियाभर में अर्थव्यवस्थाएं बंद पड़ी हैं और विशेषज्ञ इस संकट से बाहर निकलने के रास्ते तलाश रहे हैं। इस बीच 'हेलीकॉप्टर मनी' का जिक्र बार-बार आ रहा है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भी हेलीकॉप्टर मनी को आर्थिक संकट से निकलने का एक रास्ता बताया था। दरअसल, जब आर्थिक संकट चरम पर हो तो अंतिम विकल्प के तौर पर हेलीकॉप्टर मनी का प्रयोग होता है।
क्या होती है 'हेलीकॉप्टर मनी'?
आसान भाषा में समझें तो जब कोई केंद्रीय बैंक नोट छापकर सरकार को देता है और सरकार संकट से जूझ रही अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए इस पैसे को फ्री में लोगों के बीच बांटती है तो इसे 'हेलीकॉप्टर मनी' कहा जाता है। सरकार को ये पैसा केंद्रीय बैंक को वापस नहीं करना होता है। सरकार उम्मीद करती है कि लोगों के खर्च के जरिए ये पैसा वापस अर्थव्यवस्था में आएगा, इससे मांग बढ़ेगी और आर्थिक पहिया चलने लगेगा।