कोरोना वायरस: हरियाणा के छह जिले रेड जोन में, पूरे प्रदेश में घर-घर जाकर होगी स्क्रीनिंग
देश में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। लॉकडाउन और अन्य प्रयासों के बाद भी देश में संक्रमित और मृतकों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। इसी बीच हरियाणा में भी गुरुवार को 10 नए मामलों सामने आने के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या 200 के पार पहुंच गई है। ऐसे में सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए राज्य में घर-घर स्क्रीनिंग करते हुए अधिक से अधिक लोगों की जांच करने का निर्णय किया है।
कुल 19 जिलों में संक्रमितों की संख्या 204 हुई
चिकित्सा विभाग के आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को राज्य के कुल 19 जिलों में संक्रमितों की संख्या 204 पर पहुंच गई है। सरकार ने गुरुग्राम में भर्ती रहे इटली के 14 नागरिकों को भी राज्य के संक्रमितों में शामिल कर लिया है। ऐसे में यह आंकड़ा बढ़कर 218 पहुंच गया है। राज्य में पहला मरीज 17 मार्च को गुरुग्राम में मिला था। अब तक 13 विदेशियों सहित कुल 64 मरीज इलाज के बाद पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं।
पंचकुला में मिले सात नए संक्रमित
बता दें कि गुरुवार को हरियाणा के पंचकुला में सात नए संक्रमित सामने आए हैं। इनमें से एक मरीज का संबंध तबलीगी जमात से मिला है। ये सभी एक ही परिवार से हैं। इसी तरह नूंह में दो लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है।
इस तरह की जाएगी घर-घर स्क्रीनिंग
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने गुरुवार को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान, गृह तथा शहरी स्थानीय निकाय विभागों की समीक्षा बैठक लेकर कोरोना के प्रसार को रोने के लिए हर घर में स्क्रीनिंग करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर घर में टीम जाएगी और लोगों की जानकारी जुटाएगी। इस दौरान किसी के भी खांसी, जुकाम या बुखार की शिकायत मिलने पर उसकी कोरोना जांच कराई जाएगी।
कन्टेनमेंट जोन में प्रतिदिन होगा सैनिटाइजेशन- विज
समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य मंत्री विज ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए अग्रिम पंक्ति के चारों विभागों को सजगता से काम करना होगा। केंद्र की एडवाइजरी के अनुसार प्रदेश में कंटेनमेंट जोन और बफर जोन बनाए गए हैं। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में कंटेनमेंट जोन व बफर जोन की परिभाषाएं अलग-अलग हैं। कंटेनमेंट या रेड जोन को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। इन इलाकों में प्रतिदिन सैनिटाइजेशन किया जाएगा।
हरियाणा के छह जिले रेड जोन में शामिल
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि प्रदेश को तीन जोन में बांटा गया है। अत्यधिक संक्रमण होने के कारण गुरुग्राम, नूह, पलवल, फरीदाबाद, करनाल और अंबाला को रेड जोन में शामिल किया गया है। इसी तरह कम संक्रमण होन के चलते पंचकुला, कुरुक्षेत्र, कैथल, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, जींद, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी को ऑरेंज जोन में शामिल किया गया है। इसी तरह यमुना नगर, झज्झर, रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ को ग्रीन जोन में शामिल किया गया है।
इन कार्यों में मिलेगी लॉकडाउन से छूट
राज्य में ग्रीन जोन में शामिल संक्रमण से दूर रहने वाले जिलों में 20 अप्रैल से लॉकडाउन में कुछ छूट दी जाएगी। इसके लिए सभी जिला कलक्टरों को मछली पालन के लिए तालाबों की नीलामी, निर्माण कार्य, ढाबों व सामन्य सेवा केंद्रों को खोलने के लिए योजना तैयार करने को कहा गया है। फॉरेस्ट वाटरिंग, सिंचाई और खनन कार्य भी स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के तहत चरणबद्ध तरीके से होंगे। पुलिस इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
सरकार ने अधिकारियों को लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के दिए निर्देश
हरियाणा में गुरुवार को दस नए मरीज मिलने के बाद सरकार ने पुलिस महानिदेशक और सभी पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने क्षेत्र में लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा उन्हें सोशल डिस्टैंसिंग का भी कड़ाई से पालन कराने के लिए कहा है। सरकार ने अधिकारियों को राज्य में बनाए गए कंटेनमेंट जोन में विशेष निगरानी रखने और वहां किसी भी प्रकार की गतिविधि पर रोक लगाने के लिए पाबंद किया है।
राज्य में शुरू हुआ 411 मोबाइल डिस्पेंसरी का संचालन
ग्रामीणों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए 411 मोबाइल डिस्पेंसरी का संचालन शुरू कर दिया गया है। इसी तरह राज्य में 9 विशेष कोरोना अस्पताल संचालित हैं। इनमें आईसीयू, वेंटिलेटर व अन्य उपकरणों सहित बेहतरीन डाॅक्टरों की टीम तैनात है।
प्रदेश में 20 अप्रैल से शुरू होंगी जनरल OPD
मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने बताया कि अस्पतालों में 20 अप्रैल से सोशल डिस्टैंसिंग के साथ जनरल OPD फिर से शुरू होंगी। इसे अस्पताल के बाहर संचालित किया जाएगा और भीड़ से बचने के लिए मार्किंग की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल डिस्पेंसरी के जाने की सूचना पहले से दी जाएगी। हर जिले, ब्लॉक और गांवों में मोबाइल ओपीडी के जाने की सूचना एडवांस में दी जाएगी। निजी अस्पतालों को भी OPD खोलने के लिए कहा गया है।