
लाओस में ट्रूडो और मोदी के बीच 'संक्षिप्त मुलाकात', क्या सुधर रहे हैं भारत-कनाडा संबंध?
क्या है खबर?
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि वे लाओस में ASEAN शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले। इस दौरान दोनों के बीच 'संक्षिप्त वार्ता' भी हुई।
हालांकि, भारत ने ट्रूडो के दावों को खारिज करते हुए कहा कि ऐसी कोई मुलाकात नहीं हुई। खालिस्तानी मुद्दे पर विवाद के बीच इस मुलाकात ने दोनों देशों के संबंधों को लेकर नई चर्चाओं को जन्म दे दिया है।
आइए जानते हैं क्या भारत-कनाडा संबंध सुधर रहे हैं।
बयान
सबसे पहले जानिए क्या बोले ट्रूडो?
मुलाकात के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रूडो ने कहा, "मैंने इस बात पर जोर दिया कि हमें कुछ काम करने की जरूरत है। हमने जो बातचीत की उसके बारे में मैं विस्तार से नहीं बताऊंगा, लेकिन मैंने कई बार कहा है कि कनाडाई लोगों की सुरक्षा और कानून के शासन को बनाए रखना किसी भी कनाडा की सरकार की मूलभूत जिम्मेदारियों में से एक है और मैं इसी पर ध्यान केंद्रित करूंगा।"
आरोप
ट्रूडो ने फिर दोहराए निज्जर की हत्या के आरोप
कनाडाई ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (CBC न्यूज) ने ट्रूडो के हवाले से कहा, "मैं यही कहूंगा कि कनाडा की धरती पर एक कनाडाई नागरिक की मौत में भारत की संलिप्तता के बारे में मैंने जो विश्वसनीय आरोप लगाए थे, वे आज भी कायम हैं। एक सरकार के तौर पर हमारा दायित्व है कि हम कनाडा के लोगों को उनके घरों और देशभर में उनके समुदायों में सुरक्षित रखें, जो इस सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक है।"
भारत
भारत ने क्या कहा?
NDTV ने सूत्रों के हवाले से कहा कि लाओस दोनों नेताओं ने केवल एक-दूसरे का अभिवादन किया और कोई महत्वपूर्ण चर्चा नहीं हुई।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने NDTV से कहा, "भारत को उम्मीद है कि कनाडा की धरती पर भारत विरोधी खालिस्तानी गतिविधियों की इजाजत नहीं दी जाएगी और कनाडा की धरती से भारत के खिलाफ हिंसा, उग्रवाद और आतंकवाद की वकालत करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जो अब तक नहीं की गई है।"
विदेश मंत्री
कनाडा की विदेश मंत्री ने कहा- भारत के संबंध तनावपूर्ण
हाल ही में कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने भारत के साथ कनाडा के संबंधों को 'तनावपूर्ण' और 'बहुत कठिन' बताया था।
CBC न्यूज के मुताबिक, मेलोनी ने कहा, "सरकार निज्जर के मौत की जांच में भारत से मदद चाह रही है, ताकि जिम्मेदारों को सजा दिलाई जा सके, लेकिन अभी तक भारत से मदद नहीं मिली है। हम कनाडाई लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। कनाडा में निज्जर जैसी हत्याओं का खतरा अभी भी बना हुआ है।"
वजह
क्यों बिगड़ गए थे भारत-कनाडा संबंध?
खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून, 2023 को कनाडा के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। ट्रूडो ने इसका आरोप भारत पर लगाया था।
सितंबर, 2023 में संसद में बोलते हुए ट्रूडो ने कहा था कि कनाडा सरकार भारतीय अधिकारियों और निज्जर की हत्या के बीच संबंधों पर 'विश्वसनीय आरोपों' की जांच कर रही है। भारत ने ट्रूडो के आरोपों को 'बेतुका' और 'प्रेरित' बताते हुए खारिज कर दिया था।
संकेत
संबंधों में सुधार के कोई संकेत नहीं
कनाडा के आरोपों के बाद भारत ने वहां के लोगों के लिए वीजा सेवाएं रद्द कर दी थीं। दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिकों को भी निकाल दिया था। अमेरिका और ब्रिटेन ने इस मामले में कनाडा का साथ दिया था।
G-20 सम्मेलन के दौरान भी ये मुद्दा उठा था। तब प्रधानमंत्री मोदी और ट्रूडो ने एक-दूसरे से बेहद फीकी औपचारिक मुलाकात की थी। कनाडा ने भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौता भी स्थगित कर दिया था।