भारत-कनाडा विवाद का द्विपक्षीय व्यापार पर असर, मसूर दाल का आयात घटा- रिपोर्ट
क्या है खबर?
भारत और कनाडा के बीच चल रहे विवाद का असर अब दोनों देशों के बीच के व्यापार पर भी दिखना शुरू हो गया है। कनाडा से भारत में आयात की जाने वाली मसूर दाल की संख्या में कमी आई है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने ये जानकारी दी है।
एजेंसी का कहना है कि दोनों देशों के बीच तनाव ने व्यापार पर प्रतिबंधों से जुड़ी चिंताओं को बढ़ा दिया है, जिसकी वजह से आयात में कमी आई है।
दाल
देश में बढ़ सकती हैं दाल की कीमतें
विवाद की शुरुआत के बाद, भारत में कनाडाई दाल का आयात 6 प्रतिशत तक कम हो गया है। इससे देश में दाल की कीमत बढ़ सकती है।
दाल के प्रमुख आयातक ओलम एग्री इंडिया के उपाध्यक्ष नितिन गुप्ता ने कहा कि तनावपूर्ण संबंधों के मद्देनजर व्यापार पर प्रतिबंध लागू हो सकते हैं। उन्होंने कहा, "व्यापारी चिंतित हैं कि देशों के बीच मौजूदा तनाव के कारण सरकारों द्वारा व्यापार प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।"
निर्देश
सरकार ने आयातकों को नहीं दिए खरीदारी कम करने के निर्देश
रॉयटर्स से बात करते हुए एक अधिकारी ने कहा कि सरकार ने आयातकों को खरीदारी से परहेज करने के निर्देश नहीं दिए हैं।
दूसरी ओर कनाडा ने भी इसी तरह की बात कही है। कनाडा के वैश्विक मामलों के विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि कनाडा फिलहाल ऐसा कोई कदम नहीं उठा रहा है, जिससे भारत के साथ व्यापार पर असर पड़ेगा।
यानी दोनों देश राजनयिक विवाद के बीच व्यापार को लेकर कोई कदम नहीं उठा रहे हैं।
आयात
कनाडा से सबसे ज्यादा दाल आयात करता है भारत
साल 2022-23 के दौरान देश में कुल 8.58 लाख टन मसूर का आयात हुआ था। इसमें से करीब आधा (4.85 लाख टन) अकेले कनाडा से किया गया था। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया से 3.5 लाख टन मसूर दाल आयात की गई थी।
वित्त वर्ष 2023-24 में अब तक कनाडा से 1.90 लाख टन मसूर दाल आयात की जा चुकी है। भारत हर साल 18 से 20 लाख टन मसूर दाल का इस्तेमाल करता है।
निर्भरता
दाल के लिए कनाडा पर निर्भरता कम कर रहा भारत
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत दाल के लिए कनाडा पर निर्भरता कम कर रहा है। आईग्रेन इंडिया के राहुल चौहान ने कहा कि भारत ऑस्ट्रेलिया से दाल आयात कर रहा है और इस साल कनाडा के मुकाबले ऑस्ट्रेलिया से ज्यादा दाल आयात की गई है।
इसके अलावा आपूर्ति बनाए रखने के लिए भारत ने अमेरिका से आयातित मसूर दाल को किसी भी तरह के सीमा शुल्क से छूट दे दी है।
विवाद
दोनों देशों के बीच क्या है विवाद?
भारत और कनाडा के बीच ताजा विवाद की शुरुआत तब हुई, जब कनाडा ने निज्जर हत्याकांड में भारत का हाथ होने का आरोप लगाया।
इसके बाद कनाडा ने भारत के राजनयिक को निष्कासित कर दिया, जिसके जवाब में भारत ने भी कनाडा के राजनयिक को 5 दिन में देश छोड़ने को कहा। भारत ने एक कदम आगे बढ़ते हुए कनाडा के नागरिकों को वीजा जारी करने पर रोक लगा दी।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
भारत और कनाडा एक-दूसरे के साथ बड़े पैमाने पर व्यापार करते रहे हैं।
वित्त वर्ष 2022-23 में भारत ने कनाडा के साथ 678 अरब रुपये का व्यापार किया था। तब कनाडा भारत का 35वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था। इस दौरान भारत ने कनाडा को 341 अरब रुपये का निर्यात किया और 336 अरब रुपये का आयात किया।
हालांकि, कनाडा के साथ द्विपक्षीय व्यापार भारत के कुल व्यापार का केवल 0.70 प्रतिशत है।