जयपुर अग्निकांड: झुलसे लोग 2.5 किलोमीटर तक भागे, सीढ़ी ने कैसे बचाई 30 घायलों की जान?
20 दिसंबर की सुबह जयपुर में LPG टैंकर में टक्कर के बाद हुए विस्फोट में अब तक 14 लोगों की मौत हो गई है। 30 लोग बुरी तरह झुलसे हुए हैं, जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। आग लगने के बाद जले हुए 30 पीड़ितों ने जयपुर-अजमेर हाईवे से सटे एक फार्महाउस में शरण ली थी। यहां रहने वाले एक परिवार ने इन लोगों की मदद की और अस्पताल पहुंचाया।
परिवार के मुखिया बोले- कुछ घायल बोल भी नहीं पा रहे थे
हादसे के बाद चीख-पुकार सुन खेत के बीच बने एक अस्थायी घर में रहने वाले परिवार ने दरवाजे खोले। जब बाहर का मंजर देखा तो लोग सिहर उठे। परिवार के मुखिया भंवर लाल ने टॉइम्स ऑफ इंडिया से कहा, "वे कपड़े, पानी और अपने दर्द को कम करने के लिए कुछ मांग रहे थे। उनकी त्वचा जल गई थी और उनमें से कई के मुंह में से आवाज भी नहीं निकल पा रही थी।"
कैसे सीढ़ी की मदद से अस्पताल पहुंचे घायल?
घटनास्थल से सबसे नजदीकी अस्पताल करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर था, लेकिन वहां पहुंचने के लिए खेत और 8 फीट की दीवार को फांद कर जाना पड़ता। आग में झुलसे लोगों के लिए दीवार को पार करना आसान नहीं था। तभी परिवार के सदस्य राकेश सैनी ने दीवार के सहारे सीढ़ी लगाई, जिसके बाद सभी पीड़ित एक-एक करके दीवार पार कर सके। सैनी ने कई घायलों को खुद अपने हाथों से दीवार पार करने में मदद की।
20 साल की सैनी ने बचाई 30 लोगों की जान
सैनी ने TOI से बात करते हुए कहा, "मैंने कम से कम 30 लोगों को लपटों से हमारे खेतों में भागते देखा। वे दर्द से चिल्ला रहे थे, उनके कपड़े जल गए थे। मैंने एक बार फिर से नहीं सोचा और सीढ़ी उठा ली।"
घायलों का इलाज करने वाले डॉक्टर ने क्या बताया?
TOI से डॉक्टर रमन कंडोई से कहा, "लगभग 30 लोग अस्पताल पहुंचे और इलाज की मदद मांग रहे थे। उनकी त्वचा जल चुकी थी, दर्द से तड़प रहे थे। हम हाईवे से बहुत पास में हैं तो हमेशा 2 एंबुलेंस रहती हैं। हमने लोगों को SMS हॉस्पिटल पहुंचाया। कम से कम 10 लोग तो 60 फीसदी से ज्यादा जले हुए थे। हमारे पास एंबुलेंस की कमी थी तो लोगों को जल्दी अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस ने कई चक्कर लगाए।"
5 शवों की अभी तक पहचान नहीं
20 दिसंबर को जयपुर-अजमेर हाईवे पर भांकरोटा में एक ट्रक ने LPG टैंकर को टक्कर मार दी थी, जिसके बाद भीषण आग लग गई। 35 से अधिक वाहन आग की चपेट में आ गए। SMS अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर सुशील भाटी ने कहा, "कल 5 जले हुए शव मिले थे। 8 अन्य की मौत हो गई है। अब तक कुल 14 मौतें हुई हैं। 27 मरीज SMS अस्पताल में भर्ती हैं। उनका इलाज चल रहा है। 7 वेंटिलेटर पर हैं।"