कोरोना: क्या संक्रमण की दूसरी लहर का सामना कर रहा भारत, क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
क्या है खबर?
भारत के कई राज्यों में कोरोना मरीजों की संख्या में तेज इजाफा देखने को मिल रहा है।
देश के 20 सर्वाधिक आबादी वाले राज्यों में से नौ में पिछले दो हफ्तों से दैनिक मामलों की साप्ताहित औसत बढ़ गई है।
कोरोना संक्रमितों की संख्या में सबसे तेज इजाफा महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। 11 फरवरी को यहां 2,300 मामले सामने आए थे, वहीं 24 फरवरी को यह संख्या दोगुना से ज्यादा बढ़कर 8,702 हो गई थी।
कोरोना वायरस
क्या संक्रमण की दूसरी लहर का सामना कर रहा भारत?
महाराष्ट्र की तरह पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, गुजरात, तेलंगाना, पंजाब, हरियाणा, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और जम्मू-कश्मीर में भी दैनिक मामलों की संख्या में थोड़ी बढ़ोतरी देखी जा रही है।
इसे देखते हुए कुछ लोगों का कहना है कि भारत में संक्रमण की दूसरी लहर आ गई है।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि संक्रमण के पैटर्न और टेस्टिंग को देखने के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकता है।
जानकारी
16,000 से पार पहुंचे दैनिक मामले
इन राज्यों में देखी जा रही बढ़त से देश में नए मामलों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। दो हफ्ते पहले जहां देश में रोजाना 11,000 के करीब नए मामले सामने आ रहे थे, वहीं बीते दिन यह आंकड़ा 16,000 को पार कर गया।
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असल में क्या हो रहा, यह समझना बाकी- विशेषज्ञ
द टेलीग्राफ से बात करते हुए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के विशेषज्ञ समूह में जयप्रकाश मुलियिल ने कहा कि कुछ तो हो रहा है, लेकिन अभी यह समझना बाकी है कि असल में क्या हो रहा है।
मामलों में यह इजाफा इसलिए भी पहेली बना हुआ है क्योंकि कई सर्वे में पता चला है कि कुछ बड़े शहरों की 50 प्रतिशत आबादी पहले ही संक्रमित हो चुकी है, जिन्हें वायरस से सुरक्षित समझा जा रहा है।
विशेषज्ञ की राय
अभी दूसरी लहर कहना जल्दबाजी- जैकब
कुछ विशेषज्ञ कोरोना मामलों में बढ़ोतरी के पीछे दो कारणों को वजह मानते हैं। पहला कारण लोगों की लापरवाही और दूसरा कारण ज्यादा फैलाव की कोशिश में वायरस के नए वेरिएंट सामने आना हो सकता है।
वेल्लोर स्थित क्रिश्चियन कॉलेज के क्लिनिकल वायरोलॉजी विभाग के पूर्व निदेशक जैकब जॉन कहते हैं कि राष्ट्रीय स्तर पर अभी के लिए दूसरी लहर घोषित करना काफी जल्दबाजी होगी। इसके लिए इंतजार करना चाहिए। अभी भी कई जगहों पर मामले कम हैं।
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इन राज्यों में कम हो रही संक्रमण की रफ्तार
उत्तर प्रदेश, बिहार, तमिलनाडु और कर्नाटक के मामले में जैकब की बात सही साबित हो रही है।
देश में सबसे ज्यादा आबादी वाले उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार कम हो रही है। दो सप्ताह पहले यहां 135 नए मामले सामने आए थे, जबकि 24 फरवरी को केवल 98 नए लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई।
इसी तरह बिहार में मामले 238 से कम होकर 70, तमिलनाडु में 477 से कम होकर 450 पर आ गए हैं।
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महामारी फैल रही या नया वेरिएंट बना वजह?
मुलियिल का कहना है कि जब महामारी बढ़ती है तो यह जानने की जरूरत होती है कि कौन लोग इससे संक्रमित हो रहे हैं। ऐसा नए संक्रमित लोगों का एंटीबॉडी टेस्ट कर पता लगाया जा सकता है।
वो कहते हैं कि अगर कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडीज वाले लोग संक्रमित हो रहे हैं तो यह नया वेरिएंट हो सकता है। वहीं अगर एंटीबॉडीज नहीं मिलती हैं तो इसका मतलब होगा कि अभी तक बचे लोगों में महामारी फैल रही है।
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देश में महामारी की क्या स्थिति?
भारत में बीते दिन कोरोना के 16,577 नए मामले सामने आए और 120 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,10,63,491 हो गई है। इनमें से 1,56,825 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। वहीं सक्रिय मामले बढ़कर 1,55,986 हो गए हैं।
बता दें कि अमेरिका के बाद भारत कोरोना महामारी से दुनिया का दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश बना हुआ है।