प्रधानमंत्री मोदी के भरोसे के बाद कनाडा को कोरोना वैक्सीन की पांच लाख खुराकें भेजेगा भारत
क्या है खबर?
भारत इसी महीने कनाडा को कोरोना वायरस वैक्सीन 'कोविशील्ड' की पांच लाख खुराकें भेजेगा और भारत सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है। कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच फोन पर हुई बातचीत के बाद ये मंजूरी दी गई है।
इस मंजूरी को किसान आंदोलन पर ट्रूडो के बयान के बाद दोनों देशों के रिश्तों पर जमी बर्फ के पिघलने का संकेत भी माना जा रहा है।
पृष्ठभूमि
कनाडा ने की थी 10 लाख खुराकों की मांग
कोरोना वैक्सीन की खुराकों की कमी से जूझ रहे कनाडा ने 5 फरवरी को भारत से 10 लाख खुराकों की आपूर्ति करने का अनुरोध किया था। हालांकि जब भारत ने फरवरी में जिन देशों को वैक्सीन की आपूर्ति की जानी है, उनकी सूची जारी की तो इस सूची में कनाडा का नाम नहीं था।
इस सूची में 25 देशों का नाम था जिन्हें 2.4 करोड़ खुराकें भेजी जानी थीं, लेकिन कनाडा का नाम इससे नदारद था।
फोन
जस्टिन ट्रूडो ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन कर मांगी थीं खुराकें
ये सूची जारी होने के बाद कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 10 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया था और उनसे कनाडा को वैक्सीन की आपूर्ति करने का अनुरोध किया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रूडो को भरोसा दिया था कि कनाडा को कोरोना वैक्सीन की जितनी खुराकों की जरूरत है, भारत उतनी खुराकों की आपूर्ति सुनिश्चित करेगा।
अब इस वादे को पूरा करते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने पांच लाख खुराकों की आपूर्ति की मंजूरी दे दी है।
आलोचना
खुराकों की कमी के कारण आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं ट्रूडो
बता दें कि खुराकों की कमी के मुद्दे पर ट्रूडो को कनाडा में भी काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है और विपक्ष उन पर हमलावर है।
वैसे तो कनाडा ने वैक्सीनें आने से पहले ही अपनी आबादी के लिए दुनिया में सबसे अधिक खुराकें खरीद ली थीं, लेकिन आपूर्ति में कमी के कारण यहां वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी कम बनी हुई है और प्रति 1,000 लोगों पर मात्र 32 लोगों को वैक्सीन लगी है।
कारण
इस कारण कनाडा में पड़ रही खुराकों की कमी
दरअसल, कनाडा ने अमेरिका की बजाय यूरोपीय फैक्ट्रियों से वैक्सीन खरीद के लिए अनुबंध किया था क्योंकि उसे डर था कि डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति रहते हुए अमेरिका वैक्सीन के निर्यात पर रोक लगा सकता है।
अब यूरोप की फैक्ट्रियां वैक्सीन की आपूर्ति को लेकर संघर्ष कर रही है जिस कारण वैक्सीन पहुंचने में देरी हो रही है।
इसके अलावा कुछ समय पहले यूरोपीय संघ ने जरूरत पड़ने पर निर्यात पर रोक लगाने की बात भी कही थी।
डाटा
कनाडा में क्या है कोरोना वायरस महामारी की स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, कनाडा में अभी तक 8,28,408 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 21,238 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। यहां संक्रमण की रफ्तार रोकने के लिए अन्य देशों की तरह कई पांबदियां लगाई गई थी।