वोट डालने से पहले भाजपा प्रत्याशी ने ईवीएम की पूजा कर नारियल फोड़ा, देखें वायरल वीडियो
चुनाव जीतने के लिए प्रत्याशी क्या-क्या तिकड़म अपनाते हैं, इसका एक उदाहरण छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में सामने आया है। 18 नवंबर को हुए मतदान के दौरान भारतीय जनता पार्टी के एक प्रत्याशी ने चुनाव कक्ष में कुछ ऐसा किया, जिसका वीडियो खूब वायरल हो रहा है। नवागढ़ विधानसभा सीट के भाजपा प्रत्याशी दयालदास बघेल ने अपना मत डालने से पहले ईवीएम मशीन की पूजा की। इसका वीडियो वायरल होने पर चुनाव आयोग ने बघेल को नोटिस भेजा है।
चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर बघेल से 24 घंटे में जवाब मांगा है। बेमेतरा जिले के जिला चुनाव अधिकारी महादेव कावरे ने कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने की पुष्टि की। कावरे ने बताया कि वीडियो में मतदान केंद्र की संख्या स्पष्ट रूप से नहीं दिख रही है। लिहाजा प्रशासन पहले यह पता करने में जुटा है कि यह घटना किस केंद्र पर हुई। विशेषज्ञों के अनुसार मतदान केंद्र पर मौजूद चुनाव अधिकारी पर भी कारवाई हो सकती है।
दयालदास बघेल का यह काम लोक प्रतिनिधित्व कानून 1951 की धारा 126 का उल्लंघन करता है। धारा 126 के अनुसार कोई भी प्रत्याशी प्रचार थमने के बाद 48 घंटे की सीमा और मतदान वाले दिन केंद्र के भीतर धार्मिक अनुष्ठान नहीं कर सकता।
दयालदास बघेल ने अपना मत देने से पहले पूरी तल्लीनता के साथ ईवीएम की पूजा की थी। बघेल ने पहले मतदान कक्ष की परिक्रमा की, ईवीएम मशीन को टीका लगाया, अगरबती जलाई। फिर मतदान केंद्र के बाहर नारियल फोड़ने के बाद ईवीएम को प्रणाम कर अपना मत दिया। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान मतदान कक्ष में अन्य कोई मतदाता नहीं आ सका। खबर के साथ लगी वीडियो में आप दयालदास बघेल की इस पूजा प्रकिया को देख सकते हैं।
अपने इस अजीबो-गरीब कारनामे की वजह से चर्चा में आए दयालदास बघेल मौजूदा रमन सिंह सरकार में मंत्री हैं। दयालदास बघेल के पास सहकारिता और पर्यटन मंत्रालय की जिम्मेवारी है। नवागढ़ विधानसभा से अपनी दावेदारी पेश कर रहे बघेल कूरा के रहने वाले हैं। जहां बने मतदान केंद्र में उन्होंने ये सब किया। खास बात यह है कि बघेल ने इसका वीडियो भी बनवाया, जिसके वायरल होने के बाद अब उन्हें चुनाव आयोग की नोटिस का जवाब देना होगा।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रवक्ता शैलेश नितिन त्रिवेदी ने इस मामले पर बघेल और भाजपा को जमकर लताड़ लगाई है। शैलेश ने कहा, "लोकतंत्र में मतदाताओं की पूजा होती है न कि ईवीएम की। भाजपा सरकार और मंत्री ने पिछले 15 सालों में कुछ काम नहीं किया है। अब वे चुनाव के दिन ईवीएम की पूजा कर रहे हैं। यह निंदनीय है।" बता दें कि 90 सीटों वाले छत्तीसगढ़ में चुनाव संपन्न हो चुका है। इसका परिणाम 11 दिसंबर को आएगा।