स्वच्छ सर्वेक्षण 2021: इंदौर लगातार पांचवीं बार बना देश का सबसे स्वच्छ शहर
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2021' के परिणामों की शनिवार को घोषणा की। इसमें मध्य प्रदेश के इंदौर शहर को लगातार पांचवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है।
इसके अलावा गुजरात के सूरत को दूसरा और आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा को तीसरा सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है।
परिणामों की घोषणा केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित 'स्वच्छ अमृत महोत्सव' कार्यक्रम में की है।
जानकारी
छत्तीसगढ़ बना सबसे स्वच्छ राज्य तो वाराणसी को मिला सबसे स्वच्छ गंगा शहर का खिताब
वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ को भारत का सबसे स्वच्छ राज्य घोषित किया है। इसी प्रकार लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी के निवार्चन क्षेत्र वाराणसी को स्वच्छ गंगा शहर करार दिया है। इसके अलावा अहमदाबाद छावनी को पूरे भारत में सबसे स्वच्छ छावनी घोषित किया गया।
श्रेणी
शहरों को तीन श्रेणियों में बांटा गया
2018 में 56 शहरों में से कुछ को ही स्टार रेटिंग सर्टिफिकेशन दिया गया था। हालांकि, इस साल यह संख्या कई गुना बढ़कर 342 हो गई है। शहरों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है।
इसमें नौ शहरों को फाइव स्टार, 166 को थ्री स्टार और 167 शहरों को वन स्टार की श्रेणी में रखा गया है ।
इस साल की सर्टिफिकेशन प्रक्रिया में 2,238 शहरों की भागीदारी है, जो कचरा-मुक्त भारत के दृष्टिकोण के प्रति संकल्प को दर्शाता है।
खुशी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जताई खुशी
इंदौर को लगातार पांचवे साल देश के सबसे स्वच्छ शहर का तमगा मिलने पर मुख्यमंत्री शिवराज ने खुशी जताई है।
उन्होंने ट्वीट किया, 'अरे वाह भैय, छा गया अपना इंदौर फिर से। इंदौर अद्भुत है, गजब है। धन्य है इंदौर की जनता, इंदौर की जनता को मेरा प्रणाम जिन्होंने इंदौर को लगातार 5वीं बार स्वच्छता में शीर्ष पर बनाए रखा। बधाई जनप्रतिनिधियों को, सांसद, विधायक, प्रशासन, स्वच्छता कर्मियों, स्वयंसेवी संगठनों को। बधाई इंदौर।'
पुरस्कार
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दिया विजेता शहरों के अधिकारियों को पुरस्कार
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2021' के तहत विभिन्न श्रेणी में कुल 342 विजेता शहरों के नामों की घोषणा की है।
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विजेता शहरों के अधिकारियों को पुरस्कार और प्रशस्ती पत्र देकर सम्मानित किया है।
पुरस्कारों की घोषणा शहर को स्वच्छ और कचरा मुक्त बनाए जाने के लिए किए गए प्रयासों के आधार पर की गई है।
सर्वेक्षण
स्वच्छ सर्वेक्षण में पांच करोड़ लोगों ने लिया हिस्सा
दुनिया के सबसे बड़े स्वच्छता सर्वेक्षण में देश के 4,320 शहरों, 62 छावनी बोर्डों और 92 गंगा के समीप बसे कस्बों के करीब पांच करोड़ लोगों ने हिस्सा लिया था।
28 दिनों तक चले इस सर्वेक्षण में पांच करोड़ लोगों ने स्वच्छता ऐप पर पंजीकरण कराया था। सोशल मीडिया पर करोड़ों की संख्या में लोगों ने इसमें हिस्सेदारी निभाई थी।
बता दें कि 2020 में इस सर्वेक्षण में 4,242 शहरों के 1.90 करोड़ लोगों ने हिस्सा लिया था।
शुरुआत
साल 2016 में हुई थी स्वच्छ सर्वेक्षण की शुरुआत
स्वच्छ सर्वेक्षण की शुरुआत 2016 से की गई थी। सर्वेक्षण के पहले संस्करण में भारत में सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मैसुरू ने हासिल किया था।
उसके बाद से इंदौर लगातार चार साल तक (2017, 2018, 2019, 2020) शीर्ष स्थान पर रहा था और साल 2021 में भी इंदौर ने यह खिताब जीतकर अपने रिकॉर्ड को मजबूत कर लिया है।
इस सर्वेक्षण में शामिल हुए 4,320 शहरों के लोगों की प्रतिक्रिया के आधार पर रैंकिंग तैयार की गई है।