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मध्य प्रदेश में बच्चा चोर होने के शक में भीड़ ने दो साधुओं को पीटा
बच्चा चोर होने के शक में साधुओं की पिटाई (तस्वीर साभार: DNA)

मध्य प्रदेश में बच्चा चोर होने के शक में भीड़ ने दो साधुओं को पीटा

Jul 20, 2021
11:54 am

क्या है खबर?

मध्य प्रदेश में एक भीड़ ने बच्चा चोर होने के शक में दो साधुओं की जमकर पिटाई की। साधुओं ने कुछ बच्चों से रास्ता पूछा था जिसके बाद ये घटना हुई। मामले का वीडियो भी सामने आया है और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर लिया है और आरोपियों की पहचान की जा रही है। पूरा मामला क्या है, आइए आपको बताते हैं।

मामला

रास्ता भटक गए थे साधु

मामला धार जिले के धन्नड़ गांव का है। पुलिस के अनुसार, दोनों साधु इंदौर जा रहे थे और बीच में रास्ता भटक गए। तभी उन्होंने सड़क किनारे खेल रहे गांव के कुछ बच्चों से रास्ता पूछा, लेकिन बच्चे उन्हें देखकर घबरा गए और मौके से भाग गए। कुछ स्थानीय लोगों ने ये होते हुए देख लिया और बच्चा चोर समझ साधुओं को पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान किसी ने घटना का वीडियो भी बना लिया।

घटनाक्रम

मारपीट के बाद साधुओं को पुलिस स्टेशन ले गए लोग

धार के अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) देवेंद्र पाटीदार ने बताया कि मारपीट के बाद स्थानीय लोग साधुओं को स्थानीय पुलिस स्टेशन ले आए और उन पर बच्चा चोर होने का आरोप लगाया। पुलिस को घटना के वीडियो भी मिल गए हैं और उसने मामले में स्थानीय लोगों के खिलाफ धारा 341, धारा 323, धारा 294 और धारा 34 के तहत मामला दर्ज किया है। एक साधु मध्य प्रदेश का बताया जा रहा है, वहीं दूसरी साधु राजस्थान का है।

ट्विटर पोस्ट

देखें घटना का वीडियो

जानकारी

धार में पिछले साल भीड़ ने की थी एक मजदूर की हत्या

बता दें कि धार में फरवरी, 2020 में भी भीड़ द्वारा पिटाई का एक मामला सामने आया था। ग्रामीणों ने बच्चा चोर होने के शक में सात मजदूरों की पिटाई की थी और इस घटना में एक मजदूर मर गया था।

पालघर

महाराष्ट्र के पालघर में पीट-पीट कर मार दिए गए थे साधु

इसके बाद महाराष्ट्र में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था और यहां के पालघर में चोरी के शक में दो साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। मामलों को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश भी की गई थी और सरकार पर सवाल उठाए गए थे। महाराष्ट्र CID ने मामले में 126 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी, हालांकि इनमें से 89 को बाद में जमानत मिल गई थी।