भारत की सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे पाकिस्तानी ड्रोन को सुखोई ने मार गिराया
पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव के चलते वायुसेना अलर्ट पर हैं। सोमवार सुबह भारतीय लड़ाकू विमान सुखोई-30 ने राजस्थान की सीमा में घुस आए पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमवार सुबह लगभग 11:30 बजे रडार पर पाकिस्तान की तरफ से आ रहा अनमैन्ड एरियल व्हीकल (UAV) दिखा। इसके बाद सुखोई-30 ने हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल से इसे मार गिराया।
अनूपगढ़ सेक्टर में हुई घुसपैठ की कोशिश
सोमवार को हुई घटना बीकानेर सीमा पर अनूपगढ़ सेक्टर में हुई। इस UAV का मलबा पाक सीमा में तीन किलोमीटर अंदर फोर्ट अब्बास एरिया में गिरने की बात सामने आई है। अनूपगढ़ सेक्टर से उस पार सीमा रेखा से कुछ किलोमीटर की दूरी पर बहावलुपर स्थित है, जहां आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का ठिकाना है। इससे पहले भी 26 फरवरी को गुजरात में पाकिस्तानी ड्रोन घुसा था, जिसे तुरंत ढेर कर दिया गया था।
'पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन जारी'
पुलवामा हमले के बाद से ही भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना को अलर्ट पर रखा गया है। इनके अलावा सीमा रेखा के स्थित सारी सुरक्षा पोस्ट को भी अलर्ट पर रखा गया है। सोमवार को ही वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा था कि पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन जारी है। जब उनसे सीमा पर मौजूदा हालातों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी ऑपरेशन जारी है इसलिए वे ज्यादा जानकारी नहीं दे पाएंगे।
अलर्ट पर हैं वायुसेना के बेस
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान की तरफ से किसी भी खतरे को रोकने के लिए सूरतगढ़ और जैसलमेर, गुजरात के भुज, हरियाणा के सिरसा और अंबाला, पंजाब के भंठिडा, पठानकोट और आदमपुर समेत जम्मू-कश्मीर में स्थित वायुसेना के हवाई अड्डों से एयर पेट्रोलिंग की जा रही है। इनके अलावा अमृतसर राडार स्टेशन को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है। बता दें, पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तानी विमान कई बार भारतीय हवाई सीमा में घुसने का प्रयास कर चुके हैं।
वायुसेना ने बरसाए थे आतंकी ठिकानों पर बम
पुलवामा हमले का बदला लेते हुए भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी की सुबह पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। भारत की तरफ से मिराज 2000 विमानों ने आतंकी कैंपों को निशाना बनाते हुए बम बरसाए थे। सरकार ने इस कार्रवाई को Non-Military Pre-Emptive action बताया था। इस कार्रवाई के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव चरम सीमा पर पहुंच गया था। पाकिस्तान ने भी इससे अगले दिन भारतीय सीमा में घुसकर बम गिराए थे।
'वायुसेना मरने वालों की गिनती नहीं करती'
वायुसेना प्रमुख ने सोमवार को कहा, "वायुसेना हमले में मारे गए आतंकियों की संख्या स्पष्ट करने की स्थिति में नहीं है। इसकी सरकार पुष्टि कर सकती है। हम मरने वालों की गिनती नहीं करते, बल्कि यह गिनते हैं कि हम टारगेट पर लक्ष्य साधने में कामयाब रहे या नहीं। गिनती करना सरकार का काम है।" उन्होंने कहा कि वह अपने टारगेट को निशाना बनाने में सफल रहे और अगर हमने जंगल में बम गिराए होते तो पाकिस्तान प्रतिक्रिया क्यों देता।