कोरोना: ये आंकड़े बताते हैं कि पहली लहर से खतरनाक हो सकती है दूसरी लहर
क्या है खबर?
देश के कई राज्य इन दिनों कोरोना महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहे हैं और इसके चलते मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
शुक्रवार को देशभर में 62,000 से अधिक लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। सिर्फ 10 दिन पहले देश में 30,000 मरीज मिले थे।
महामारी की शुरुआती दिनों में भारत में दैनिक मरीजों की संख्या 30,000 से 60,000 पहुंचने में 23 दिन लगे थे, लेकिन इस बार सिर्फ 10 दिनों में ऐसा हो गया।
कोरोना वायरस
सितंबर में आई थी महामारी की पहली पीक
बीते साल जुलाई से अगस्त के बीच में देश में संक्रमितों की दैनिक संख्या 60,000 के पार पहुंची थी।
सितंबर मध्य में भारत में महामारी का संक्रमण अपने पीक पर पहुंचा था, तब रोजाना 95,000 से अधिक मरीज मिल रहे थे।
उसके बाद से लगातार मामलों की संख्या कम होती गई। इसके बाद कुछ उम्मीद जगी थी कि देश महामारी को हराने के रास्ते पर चल रहा है।
हालांकि, इस बीच दूसरी लहर की आशंका लगातार बनी रही।
कोरोना वायरस
खतरनाक हो सकती है महामारी की दूसरी लहर
देश में महामारी की दूसरी लहर के बारे में ऐसा माना जा रहा था कि इस बार हालात पहले जितने खराब नहीं होंगे और दैनिक मामलों की संख्या भी सितंबर की तुलना में कम रहेगी, लेकिन अब हालात लग रहे हैं।
जिस गति से इन दिनों मामले बढ़ रहे हैं, उससे ऐसा लग रहा है कि सितंबर की पीक इस बार छोटी पड़ सकती है। पिछले कुछ दिनों में इसके कई ऐसे संकेत मिले हैं।
कोरोना वायरस
महाराष्ट्र के अलावा इन राज्यों में भी बढ़ रहे मामले
अभी तक महामारी से देश का सर्वाधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र ही मुख्य तौर पर दूसरी लहर झेल रहा था और यहां दैनिक मामले सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 36,000 से पार हो गए हैं।
शुक्रवार को महाराष्ट्र के अलावा पंजाब और गुजरात में भी अब तक के दैनिक मामले मिले। ये महाराष्ट्र की तुलना में बेहद कम हैं, लेकिन फिर भी चिंता बढ़ा रहे हैं।
इसी तरह कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश आदि में भी कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं।
महामारी की मार
इन राज्यों में मामले बढ़ने का खतरा
अगर आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु आदि में भी महाराष्ट्र की तरह संक्रमण फैलता है तो भारत में महामारी की दूसरी लहर पहली से खतरनाक साबित हो सकती है।
अभी हालात इसलिए भी थोड़े बेहतर लग रहे हैं क्योंकि सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्यों में शामिल उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार में दूसरी लहर का असर नहीं दिख रहा है, लेकिन ऐसे कोई आधार नहीं है, जिनसे यह माना जाए कि आने वाले दिनों में यहां संक्रमित नहीं बढ़ेंगे।
कोरोना वायरस
महाराष्ट्र में हालात चिंतनीय
महामारी की दूसरी लहर में यह भी देखने को मिल रहा है कि कुछ ही राज्यों में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, पहली लहर के दौरान देश के दैनिक मामलों में महाराष्ट्र का योगदान 40 प्रतिशत तक ही नहीं पहुंचा था, लेकिन दूसरी लहर में यह 60 प्रतिशत तक चला गया है।
बीते दिन देश में कुल 62,258 संक्रमित मिले थे, जिनमें से लगभग 37,000 अकेले महाराष्ट्र के मरीज थे।
कोरोना वायरस
महाराष्ट्र में तीन लाख के करीब पहुंचे सक्रिय मामले
इसी तरह देश के कुल सक्रिय मामलों में से 60 प्रतिशत अकेले महाराष्ट्र में है। यहां जल्द ही सक्रिय मामलों की संख्या तीन लाख से पार हो जाएगी।
पिछले साल 3.01 लाख सक्रिय मामलों के बाद महाराष्ट्र में स्थिति सुधरनी शुरू हुई थी और फरवरी आते-आते महज 30,000 सक्रिय मामले बचे थे, लेकिन उसके बाद फिर उछाल आ गया। अब पिछले 43 दिनों में सक्रिय मामले 10 गुना बढ़ गए हैं। पिछले साल इसमें 110 दिन लगे थे।
कोरोना वायरस
देश में महामारी की क्या स्थिति?
भारत में बीते दिन कोरोना के 62,258 नए मामले सामने आए और 291 मरीजों की मौत हुई है। पांच महीनों बाद देश में एक दिन में इतने मरीज मिले हैं।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,19,08,910 हो गई है। इनमें से 1,61,240 लोगों की मौत हुई है और 4,52,647 सक्रिय मामले हैं।
संक्रमितों की संख्या के लिहाज से अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत कोरोना महामारी से तीसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है।