महाराष्ट्र: कल्याण में लॉकडाउन के विरोध में दुकानदारों ने नगर निगम के बाहर किया प्रदर्शन
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। ऐसे में केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेशों को आवश्यक कदम उठाने को कहा है। इसके बाद सभी राज्य सरकारों ने कई तरह की पाबंदियां लगा दी है। महाराष्ट्र के कल्याण डोंबिवली नगर निगम ने भी सप्ताहांत लॉकडाउन लगाया है, लेकिन यह व्यापारियों को रास नहीं आ रहा है। व्यापारियों ने शनिवार नगर निगम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
कल्याण क्षेत्र में प्रतिदिन सामने आ रहे 800 से अधिक नए मामले
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस का संक्रमण बड़ी तेजी से फैल रहा है। शुक्रवार को भी राज्य में 36,902 लोगों को संक्रमित पाया गया, वहीं 112 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 26,37,735 पर पहुंच गई है। इनमें से 53,907 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी तरह कल्याण और डोंबिवली में भी पिछले एक सप्ताह से 800 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं। इसने प्रशासन को चिंतित कर दिया है।
कल्याण डोंबिवली नगर निगम ने लागू किया सप्ताहांत लॉकडाउन
क्षेत्र में तेजी से बढ़ते संक्रमण के मामलों को देखते हुए कल्याण डोंबिवली नगर निगम शुक्रवार को क्षेत्र में सप्ताहांत लॉकडाउन की घोषणा की थी। इसमें शनिवार और रविवार को आवश्यक सेवाओं से जुड़ी दुकानों को छोड़कर अन्य सभी दुकानों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। इस दौरान होटल और रेस्त्रां का भी संचालन नहीं हो सकेगा। इससे पहले पिछले दो सप्ताह से क्षेत्र में सप्ताहांत पर ऑड-ईवन के आधार पर दुकानें खोली जा रही थी।
नगर निगम के आदेशों के खिलाफ व्यापारियों ने किया प्रदर्शन
नगर निगम की ओर से सप्ताहांत लॉकडाउन के घोषणा के एक दिन बाद ही व्यापारियों ने इस आदेश का विरोध शुरू कर दिया। ऐसे में व्यापारियों ने सुबह नगर निगम कार्यालय के बाहर जमा होकर पहले तो धरना दिया और फिर आदेशों को वापस लेने की मांग को लेकर नारेबाजी की। व्यापारियों का कहना था कि पिछली साल लगाए गए लॉकडाउन के बाद से उनकी आर्थिक हालात खराब है और अब नए आदेशों से उनकी परेशानी और बढ़ गई है।
कमाई का समय होता है सप्ताहांत- सिंह
डोंबिवली व्यापार एसोसिएशन के सदस्य रतन सिंह ने कहा कि नगर निगम के नए आदेशों ने व्यापारियों को खासा प्रभावित किया है। वह मानते हैं कि संक्रमण के बढ़ते मामले अधिकारियों के लिए चिंता का विषय है, लेकिन वह लॉकडाउन के कारण पहले ही आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सप्ताहांत कमाई का समय होता है। ऐसे में यदि इस समय वह दुकान बंद रखेंगे तो दुकानों का खर्च निकालना भी मुश्किल हो जाएगा।
नगर निगम ने की कार्रवाई की तैयारी
मामले में नगर निगम आयुक्त विजय सूर्यवंशी ने कहा कि यदि कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी नहीं आती है तो वह किसी भी प्रकार की ढील नहीं देंगे। व्यापारियों को निगम के आदेशों की पालना करनी ही होगी। उन्होंने कहा कि सप्ताहांत पर दुकानें बंद करने के आदेश दिए गए हैं। यदि आदेशों की अवहेलना की जाएगी तो दोषियों के खिलाफ महामारी अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया जाएगा। इसके जिम्मेदार वह खुद होंगे।