NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / दुनिया की खबरें / मलेरिया के खिलाफ मजबूत होगी लड़ाई, WHO ने पहली वैक्सीन को दिखाई हरी झंडी
    अगली खबर
    मलेरिया के खिलाफ मजबूत होगी लड़ाई, WHO ने पहली वैक्सीन को दिखाई हरी झंडी

    मलेरिया के खिलाफ मजबूत होगी लड़ाई, WHO ने पहली वैक्सीन को दिखाई हरी झंडी

    लेखन प्रमोद कुमार
    Oct 07, 2021
    10:03 am

    क्या है खबर?

    विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार को मलेरिया के खिलाफ दुनिया की पहली वैक्सीन को मंजूरी दे दी है।

    इसे RTS,S/AS01 नाम दिया गया है। 2019 से घाना, केन्या और मालावी में इस वैक्सीन का पायलट प्रोजेक्ट चल रहा था, जिसमें 20 लाख से अधिक खुराकें दी गई थीं।

    यहां से मिले नतीजों के आधार पर संगठन ने इसे हरी झंडी दिखाई है। इस वैक्सीन को सबसे पहले फार्मा कंपनी GSK ने 1987 में तैयार किया था।

    मलेरिया वैक्सीन

    दो साल की उम्र तक दी जा सकेंगी चार खुराकें

    WHO प्रमुख डॉ टेड्रोस अधेनोम गेब्रिएसेस ने कहा कि इन तीन देशों से मिले आंकड़ो की समीक्षा के बाद संगठन दुनिया की पहली मलेरिया वैक्सीन के बच्चों पर विस्तृत इस्तेमाल की सिफारिश करता है। WHO ने कहा कि दो साल तक के बच्चों को इसकी चार खुराकें दी जा सकती हैं।

    संगठन की वैक्सीन और बायोलॉजिकल्स की निदेशक केट ओ'ब्रायन ने कहा कि यह वैक्सीन मलेरिया के गंभीर लक्षणों को 30 प्रतिशत तक कम कर देती है।

    जानकारी

    पहली बार मलेरिया के खिलाफ वैक्सीन को मंजूरी

    ओ'ब्रायन ने कहा कि इस वैक्सीन की डिलीवरी आसान है और इसे सुदूर इलाकों में भेजा जा सकता है। दुनिया के कई देशों के बच्चों को इससे फायदा होगा।

    अभी तक वायरस और बैक्टीरिया के खिलाफ कई वैक्सीन मौजूद हैं, लेकिन यह पहली बार है, जब WHO ने मलेरिया के खिलाफ विस्तृत इस्तेमाल के लिए किसी वैक्सीन की सिफारिश की है। यह वैक्सीन मलेरिया की सबसे खतरनाक प्रजाति प्लाजमोडियम फैलसिपेरम के खिलाफ प्रभावी पाई गई है।

    गंभीरता

    हर दो मिनट में एक बच्चे की जान लेती है मलेरिया

    हर साल दुनियाभर में चार लाख लोगों को मलेरिया के कारण अपनी जान गंवानी पड़ती है और इनमें से अधिकतर अफ्रीकी बच्चे होते हैं।

    दुनिया में हर दो मिनट में मलेरिया के कारण एक बच्चे की मौत होती है। WHO के आंकड़े बताते हैं कि दुनिया में मलेरिया के कारण होने वाली मौतों में से एक चौथाई अकेले नाइजीरिया में होती हैं।

    बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द आदि मलेरिया के प्रमुख लक्षण होते हैं।

    फंडिंग

    फंडिंग अगला बड़ा कदम

    WHO के अफ्रीका के क्षेत्रीय निदेशक मातशिदिसो मोइती ने कहा कि यह वैक्सीन अफ्रीका के लिए उम्मीद की किरण बनकर आई है। वैक्सीन को हरी झंडी मिलने के बाद अब अगली चुनौती फंडिंग को लेकर है।

    ओ'ब्रायन ने कहा, "अगला बड़ा कदम फंडिंग को लेकर होगा। तब हम यह फैसला कर पाएंगे कि वैक्सीन कहां सबसे ज्यादा लाभदायक होगी और इसे वहां तक कैसे पहुंचाना है।"

    वैक्सीन अलायंस गावी ने कहा है कि इस मामले में मदद पर विचार करेगा।

    मलेरिया

    ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और बायोएनटेक भी बना रही वैक्सीन

    इस साल अप्रैल में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने बताया था कि उनकी संभावित मलेरिया वैक्सीन Matrix-M WHO की तरफ से तय किए गए 75 प्रतिशत प्रभावकारिता के मानदंड को पार कर गई है। ऐसा करने वाली यह पहली वैक्सीन है।

    इसके अलावा फाइजर के साथ मिलकर कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कंपनी बायोएनटेक ने कहा है कि वह अगले साल से मलेरिया वैक्सीन के ट्रायल शुरू करेगी। यह वैक्सीन mRNA टेक्नोलॉजी से तैयार की जाएगी।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    विश्व स्वास्थ्य संगठन
    वैक्सीन समाचार
    अफ्रीका

    ताज़ा खबरें

    इजरायल के साथ युद्धविराम पर सहमत हुआ हमास, बंधकों की रिहाई के बदले रखीं ये शर्तें इजरायल
    मिस वर्ल्ड 2025: टूट गया भारत की जीत का सपना, थाईलैंड की सुचाता चुआंग्सरी बनीं विजेता मिस वर्ल्ड
    राजपाल यादव बाेले- बॉलीवुड में अगर नपोटिज्म होता तो मेरे 200 रिश्तेदार यहीं होते राजपाल यादव
    असम में विदेशी बताकर लोगों को जबरन बांग्लादेश भेजे जाने के मामले क्या हैं? असम

    विश्व स्वास्थ्य संगठन

    WHO ने किया स्वीकार- हवा के जरिए कोरोना वायरस के प्रसार के सबूत आ रहे सामने कोरोना वायरस
    WHO की टीम को नहीं मिले दिसंबर, 2019 से पहले वुहान में कोरोना वायरस के सबूत चीन समाचार
    कोरोना वायरस: WHO के विशेषज्ञ समूह ने की ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के इस्तेमाल की सिफारिश कोरोना वायरस वैक्सीन
    कई यूरोपीय देशों ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन पर लगाई रोक, जानिए वजह कोरोना वायरस

    वैक्सीन समाचार

    कोरोना: दो महीनों तक बढ़ोतरी के बाद वैश्विक स्तर पर स्थिर हो रहे मामले- WHO अमेरिका
    केरल में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के मामलों में आया 31 प्रतिशत का उछाल केरल
    वैक्सीनेशन अभियान: देश में लगाई गई 60 करोड़ खुराकें, लक्ष्य पाने के लिए बढ़ानी होगी रफ्तार मनसुख मांडविया
    केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी चेतावनी, कहा- अभी खत्म नहीं हुई कोरोना की दूसरी लहर स्वास्थ्य मंत्रालय

    अफ्रीका

    बकरी का रेप करते पकड़ा गया व्यक्ति, बचाव में कहा- बकरी से ली थी इजाज़त रेप
    सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता को फ्रांस का समर्थन, बताया 'सख्त जरूरत' चीन समाचार
    दुनियाभर में 82 करोड़ से ज्यादा लोग भुखमरी से प्रभावित, तीन सालों से बढ़ रही संख्या यूरोप
    कला पसंद है तो दुनिया की इन जगहों पर जरूर घूमने जाएं पेरिस
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025