हैदराबाद गैंगरेप: अब तक तीन आरोपी गिरफ्तार, दो अभी भी फरार
हैदराबाद गैंगरेप के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से दो नाबालिग हैं और तीसरे की पहचान 18 वर्षीय सादुद्दीन मलिक के तौर पर हुई है। पुलिस ने बताया कि पीड़िता ने पांच आरोपियों की पहचान बताई है। इनमें से सादुद्दीन मलिक और उमैर खान की उम्र 18-18 साल है, जबकि बाकी तीन नाबालिग हैं। अभी तक उमैर और एक नाबालिग आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
28 मई की है घटना
पुलिस ने बताया कि पीड़िता 28 मई को अपने दोस्तों की पार्टी में गई थी। वहां एक विधायक और अल्पसंख्यक बोर्ड अध्यक्ष का बेटा भी मौजूद था। पार्टी के बाद घर लौटते समय पीड़िता दोस्तों के कहने पर मर्सिडीज कार में बैठ गई, जिसमें पांच लोग सवार थे। कार के हैदराबाद के जुबली हिल्स इलाके में सुनसान जगह पहुंचते ही आरोपियों ने पीड़िता के साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी। विरोध करने पर उन्होंने मारपीट की और फिर गैंगरेप किया।
जुवेनाइल कोर्ट में पेश किए गए दो नाबालिग
DCP जॉएल डेविस ने शनिवार दोपहर को बताया कि पांच आरोपियों की पहचान हुई है, जिनमें से तीन नाबालिग है। अभी तक एक तीन आरोपी पकड़े गए हैं और बाकियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी है। उन्होंने बताया कि दो नाबालिगों को जुवेनाइल कोर्ट के सामने पेश किया गया है। पुलिस ने इनमें से एक के किसी VIP का बेटा होने की पुष्टि की है, लेकिन नाबालिग होने के चलते उसकी पहचान जाहिर नहीं की गई है।
भाजपा ने उठाए पुलिस पर सवाल
भाजपा ने हैदराबाद पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया है। दरअसल, शुक्रवार शाम को पुलिस ने कहा था कि उसे किसी भी विधायक के बेटे की इस घटना में संलिप्तता के सबूत नहीं मिले है। इस पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने फोटो और वीडियो लेकर विधायक के बेटे के शामिल होने का दावा किया है। भाजपा नेताओं ने सवाल उठाए कि बिना अदालत में जाए पुलिस कैसे किसी को क्लीन चिट दे सकती है।
CBI जांच की मांग
इस बीच भाजपा के राज्य प्रमुख और दूसरे नेताओं ने मामले की CBI जांच की मांग की है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए राज्य के गृह मंत्री का इस्तीफा मांगा और कहा कि अगर वो पद नहीं छोड़ते हैं तो विरोध प्रदर्शन और तेज होगा। दूसरी तरफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी पूर्व मंत्री रेणुका चौधरी के नेतृत्व में गृह मंत्री के आवास के बाहर धरना देकर गैंगरेप के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
देश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में लगातार इजाफा हो रहा है। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) के पास बीते वर्ष ऐसे अपराधों की करीब 31,000 शिकायतें आई हैं, जो 2014 के बाद से सबसे ज्यादा हैं। इनमें से आधी से ज्यादा शिकायतें अकेले उत्तर प्रदेश से मिली हैं। उत्तर प्रदेश के बाद दिल्ली, महाराष्ट्र का नंबर आता है। 2021 में इन शिकायतों में 2020 की तुलना में 30 प्रतिशत का उछाल देखा गया, जब 23,722 शिकायतें मिली थीं।