छोटे भाई की मौत के बाद मसीहा बना बड़ा भाई, 107 लोगों की बचाई है जान
कहते हैं कि जिस तन को लगती है उसका दर्द वहीं जान सकता है। हैदराबाद के शिवा का छोटा भाई झील में डूबकर मर गया था। अपने भाई की मौत के बाद शिवा लाइफगार्ड बन गए और अब तक आत्महत्या करने आये 107 लोगों को डूबने से बचा चुके हैं। अब शिवा टेंकबुंड झील के पास रहते हैं। शिवा का कहना है कि जो दुख उन्हें हुआ है, वह किसी और को नहीं होना चाहिए।
अपने भाई की लाश खुद निकालकर लाए थे शिवा
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए शिवा ने बताया कि जब वो अनाथाश्रम मेें थे तब लोग उनकी सामाजिक कामों की तारीफ करते थे। उनका भाई दुर्घटनावश झील में डूब गया। शिवा ने कहा, "मैं अपने भाई की लाश लाने के लिए पानी में कूद गया था। तब से मैं टेकबुंड झील के पास रहता है और पानी में कूदने वाले लोगों की जान बचाता हूं। मैं पानी से लाशें निकालने में पुलिस की भी मदद करता हूं।"
कई बार चोटिल हो चुके हैं शिवा
शिवा अब तक 107 लोगों को पानी में डूबने से बचा चुके हैं। लोगों के बचाने के दौरान कई बार शिवा को खुद को कई चोटें आई हैं। एक बार लोहे की रॉड उनकी छाती और कंधे के पार हो गई थी।
वादे के बाद भी नहीं मिली शिवा को नौकरी
शिवा ने कहा कि पुलिस उनसे पानी से लाशें निकलवाने का काम करती है। इसके बदले उन्हें होमगार्ड की नौकरी देने की बात कही गई थी, लेकिन अभी तक उन्हें यह नौकरी नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि वह बिना किसी सुरक्षा उपकरण के पानी में उतरते हैं। अगर सरकार उन्हें उपकरण देती है तो वह बेहतर तरीके से काम कर पाएंगे। झील के पानी की वजह से उन्हें कई बार इंफेक्शन भी हुआ है।
DCP ने दिया मदद का आश्वासन
इलाके के DCP विश्व प्रसाद ने ANI को बताया शिवा ने हमेशा पुलिस की मदद की है। उनके अलावा मदद के लिए कोई आगे नहीं आता है। उन्होंने बताया कि उन्होंने राज्य के सामाजिक कल्याण शिक्षा सोसायटी के डायरेक्टर को पत्र लिख शिवा के बच्चों का स्कूल में दाखिला कराने को कहा है। साथ ही उन्होंने हैदराबाद के कलेक्टर से शिवा की मदद करने के लिए कहा है।